इस फर्जी वेबसाइट से आगाह! सरकार ने बताई इसकी असलियत, रिसर्च इंस्टीट्यूट के नाम पर हो रही ठगी
सरकार ने बताई इसकी असलियत, रिसर्च इंस्टीट्यूट के नाम पर हो रही ठगी
ऑनलाइन की दुनिया में ठगी के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. लोग अगर आंख-कान खोल कर न रखें, तो बड़ी घटना हो सकती है. पता भी नहीं चलेगा और गाढ़ी कमाई लुट जाएगी. इसी तरह की एक ठगी वाली वेबसाइट आजकल चर्चा में है. यह वेबसाइट अपने को रिसर्च इंस्टीट्यूट का हवाला देती है. इस वेबसाइट का कहना है कि वह मिनिस्ट्री ऑफ स्किल डेवलपमेंट एंड इंटरप्रेन्योरशिप के तहत संचालित हो रही है जबकि सच्चाई है कि ऐसा कुछ भी नहीं है. यह वेबसाइट पूरी तरह से फर्जी है. सरकार ने इस बात की जानकारी दी है.
सरकारी संस्था प्रेस इनफॉरमेशन ब्यूरो (PIB) ने इस वेबसाइट का विश्लेषण किया है. पीआईबी ने अपने टि्वटर हैंडल पर इस फर्जी वेबसाइट के बारे में जानकारी दी है. पीआईबी ने एक ट्वीट में लिखा है, sebd.net नाम की एक वेबसाइट अपने को रिसर्च इंस्टीट्यूट का दावा कर रही है. इसने खुद को MSDE या मिनिस्ट्री ऑफ स्किल डेवलपमेंट एंड इंटरप्रेन्योरशिप के तहत संचालित होने का दावा किया है. यह वेबसाइट बेरोजगारों को सहयोग देने का लालच दे रही है और एप्लीकेशन फी के नाम पर लोगों से पैसे वसूल रही है. पीआईबी के मुताबिक यह वेबसाइट फर्जी है. एमएसडीई के तहत ऐसी कोई वेबसाइट या इंस्टीट्यूट का संचालन नहीं होता है.
एप्लिकेशन डालने की अपील
इंटरनेट पर वायरल हो रही इस वेबसाइट का पूरा नाम स्टेट इंपलॉयमेंट बराग्नोसिस डेवलपमेंट एंड रिसर्च सेंटर दिया गया है. वेबसाइट के नाम के नीचे MSDE के अलावा लेंबर एंड इंपलॉयमेंट का नाम भी लिखा गया है. मिनिस्ट्री ऑफ स्किल एंड डेवलपमेंट के साथ भारत सरकार के नाम का जिक्र है. यह वेबसाइट अपने को ऑनलाइन एप्लिकेशन पोर्टल होने का दावा कर रही है. वेबसाइट ने कहा है कि कोविड के चलते ऑनलाइन एप्लिकेशन की तारीख 21 जुलाई 2021 तक कर दी गई है. वेबसाइट यह भी कहती है जो लोग एप्लिकेशन दे रहे हैं, वे अगले दो दिन में अपने आवेदन का स्टेटस चेक कर लें.
क्या कहती है फर्जी वेबसाइट
पीआईबी के मुताबिक यह वेबसाइट फर्जी है. इस पर इंपलॉइज लॉगिन और न्यू एप्लिकेशन रजिस्ट्रेशन का टैब बना हुआ है. यानी कि जो लोग लॉगिन करना चाहते हैं, वे इन माध्यमों का इस्तेमाल कर ट्रेनिंग के लिए एप्लिकेशन दे सकते हैं. इस वेबसाइट ने छात्रों और कोविड-19 स्कीम के नाम से अलग से सेक्शन बनाया है. इसी के साथ ऑनलाइन अप्लाई की सुविधा दी गई है.
अपने बारे में यह वेबसाइट बताती है कि जो लोग बेरोजगारी से जूझ रहे हैं, उनके लिए एक साल का बेरोजगारी सहयोग दिया जा रहा है. इसमें कोरोना महामारी से बेरोजगार हुए लोगों को ट्रेनिंग प्रोग्राम देने का जिक्र है. वेबसाइट कहती है कि 'एसईबीडी स्कीम भारत सरकार की फ्लैगशिप स्कीम है जिसमें देश के लाखों युवाओं को कौशल की ट्रेनिंग देकर प्रशिक्षित किया जाएगा.' इसमें बेरोजगारों को अनइंपलॉयमेंट अलाउंस देने की बात कही गई है जिससे कि बेरोजगार रेंट, ग्रोसरी और अपना अन्य खर्च चला सकें. सरकार ने इस वेबसाइट को फर्जी बताया है और कहा है कि एमएसडीई के तहत ऐसी कोई वेबसाइट संचालित नहीं हो रही है.