इस महीने काफी दिन बंद रहेंगे बैंक, फटाफट निपटा लें जरूरी काम
सरकारी बैंक के ग्राहकों को सभी जरूरी काम समय रहते निपटा लेने की सलाह दी जा रही है
सरकारी बैंक के ग्राहकों को सभी जरूरी काम समय रहते निपटा लेने की सलाह दी जा रही है. संभावना जताई जा रही है कि बैंक प्राइवेटाइजेशन (Bank privatization) के खिलाफ बैंक यूनियन एक बार फिर से हड़ताल (Bank strike) पर जा सकते हैं. अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (AIBEA) की परिषद ने देशभर के संगठनों के साथ हाल ही में बैठक की है, जिसमें बैंकों के निजीकरण के खिलाफ आंदोलन तेज करने की अपील की गई है.
दूसरी बात यह कि अप्रैल में बैंकों की छुट्टियां भी खूब हैं. इसलिए बेहतर है कि सही समय पर बैंक से जुड़े काम निपटा लेना सही रहेगा. ऐसे में बैंककर्मी अगर फिर से हड़ताल पर गए तो इस महीने कामकाज बुरी तरह प्रभावित हो सकता है.
इन बैंक यूनियनों (Bank Unions) ने सरकारी बैंकों के निजीकरण करने के फैसले के विरोध में जो बैठक की, उसमें देशभर के बैंक यूनियन और संगठन के सदस्यों के शामिल होने का दावा किया है. बैठक के बाद संगठनों ने बैंकों के निजीकरण संबंधी केंद्र सरकार के प्रस्ताव के खिलाफ बड़े स्तर पर हड़ताल की चेतावनी दी है.
लंबे हड़ताल के लिए तैयार रहें!
बैंक यूनियनों की बैठक में देश के विभिन्न शहरों से 262 जनरल काउंसिल सदस्य शामिल हुए थे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सर्वसम्मति से बैंक निजीकरण के प्रस्ताव के खिलाफ आंदोलन तेज करने का निर्णय लिया गया. मीटिंग में कहा गया कि सामान्य परिषद की बैठक ने पूरे देश में हमारे सभी यूनियनों और सदस्यों से आह्वान किया है कि वे बैंक के निजीकरण के खिलाफ संघर्ष जारी रखें और आगे लंबे समय तक हड़ताल के लिए तैयार रहें.
पिछले महीने किया था 2 दिन का हड़ताल
निजीकरण के प्रस्ताव के विरोध में बैंक यूनियन ने 15 और 16 मार्च को दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल किया था. हस हड़ताल में करीब 10 लाख बैंक कर्मचारियों के शामिल होने का दावा किया गया था. बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट 2021-22 में घोषणा की थी कि सरकारी बैंकों का निजीकरण किया जाएगा. हालांकि बैंकों का नाम सार्वजनिक नहीं किया गया है.
अप्रैल में कितने दिन बंद रहेंगे बैंक
🔸 1 अप्रैल- ईयरली क्लोजिंग अकाउंट (आइजोल और शिलांग में ऑपरेशनल छुट्टी)
🔸 2 अप्रैल- गुड फ्राइडे
(हालांकि गुवाहाटी, जयपुर, जम्मू, अगरतला, अहमदाबाद, चंडीगढ़, शिमला और श्रीनगर में खुले रहेंगे)
🔸 4 अप्रैल- रविवार की साप्ताहिक बंदी
🔸 10 अप्रैल- महीने के दूसरे शनिवार की बंदी
🔸 11 अप्रैल- रविवार की साप्ताहिक बंदी
🔸 14 अप्रैल- बाबासाहेब अंबेडकर जयंती/ बिजू फेस्टिवल/ तमिलनाडु वार्षिक दिवस/ चेईराओबा/ बोहाग बिहू
(हालांकि आइजोल, भोपाल, चंडीगढ़, नई दिल्ली. रायपुर, शिलांग और शिमला में खुले रहेंगे.)
🔸 18 अप्रैल- साप्ताहिक बंदी (रविवार)
🔸 21 अप्रैल- राम नवमी / गड़िया पूजा
(हालांकि कोची, कोलकाता, नई दिल्ली, पणजी, आइजोल, बेंगलुरु, चंडीगढ़, चेन्नई, गुवाहाटी, इंफाल, जम्मू, रायपुर, शिलांग, श्रीनगर और तिरुवनंतपुरम में बैंक खुले रहेंगे)
🔸 24 अप्रैल- महीने के चौथे शनिवार की बंदी
🔸 25 अप्रैल- रविवार की साप्ताहिक बंदी
राज्य विशेष छुट्टियां
🔸 5 अप्रैल- बाबू जगजीवन राम जन्मदिवस (हैदराबाद)
🔸 6 अप्रैल- तमिलनाडु विधानसभा चुनाव 2021 (चेन्नई)
🔸 13 अप्रैल- गुड़ी पड़वा / सजीबू नोंगमापांबा / नवरात्रि का पहला दिन / तेलुगू नया वर्ष / उगाडी फेस्टिवल / वैशाखी
(बेलापुर, बंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, इंफाल, जम्मू, मुंबई, नागपुर, पणजी औऱ श्रीनगर)
🔸 15 अप्रैल- हिमाचल दिवस / बोहाग बिहू / बंगाली नव वर्ष / सरहुल
(अगरतला, गुवाहाटी, कोलकाता, रांची और शिमला)
🔸 16 अप्रैल- बोहाग बिहू (गुवाहाटी)
… तो फिर क्या करें ग्राहक?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली प्रदेश बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन का कहना है कि आने वाले समय में लगातार बैंक बंद रह सकते हैं. ऐसे में बैंक शाखाओं से जुड़े काम समय रहते करा लेना सही रहेगा. लेनदेन संबंधित बाकी कामों के लिए ग्राहकों के पास कई विकल्प हैं. डिजिटल पेमेंट का जमाना है और ग्राहकों के पास नेट बैंकिंग, एटीएम, यूपीआई पेमेंट और मोबाइल बैंकिंग ऐप जैसे विकल्प हैं.
लगभग सभी बैंकों के पास अपना मोबाइल ऐप है. अगर आपने अबतक अपने स्मार्टफोन में इसे इंस्टॉल नहीं किया है तो गूगल प्ले स्टोर या एप्पल स्टोर से इंस्टॉल कर सकते हैं. डिजिटल पेमेंट से लेकर, एफडी या पीपीएफ जैसी योजनाओं में निवेश, लोन इंस्टॉलमेंट, क्रेडिट कार्ड का बिल, बिजली बिल, मोबाइल रिचार्ज जैसे कई काम मोबाइल ऐप के जरिये संभव हैं. इन सेवाओं पर बैंक हड़ताल का फर्क पड़ने नहीं वाला है.