नौकरीपेशा लोगों के लिए फिर बुरी खबर! EPF पर ब्याज अभी और घटेगा, जानिए वजह
EPFO News: EPFO ने नौकरीपेशाओं को तगड़ा झटका दिया है. ईपीएफओ ने ब्याज दर बढ़ाने की बजाय घटा दी है. वित्त वर्ष 2021-22 के लिए 8.1 फीसदी ब्याज दर की घोषणा हुई है, जो 2020-21 में 8.5 प्रतिशत था. आशंका जताई जा रही है कि आगे भी ब्याज दरों
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बढ़ती महंगाई के बीच नौकरीपेशाओं के लिए बुरी खबर है. लंबे समय से EPFO की ब्याज दरें बढ़ने का इंतजार कर रहे 6 करोड़ लोगों को बड़ा झटका लगा है. त्योहार से पहले EPFO ने ब्याज दर बढ़ाने की बजाय घटा दी है. वित्त वर्ष 2021-22 के लिए 8.1 फीसदी ब्याज दर की घोषणा हुई है, जो 2020-21 में 8.5 प्रतिशत था. आपको बता दें कि भविष्य निधि जमा पर ब्याज चार दशक के निचले स्तर आ गई है.
6 करोड़ लोगों को लगा झटका
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) की शीर्ष निर्णय लेने वाली संस्था केंद्रीय न्यासी बोर्ड (CBT) ने शनिवार को हुई अपनी बैठक में 2021-22 के लिए ईपीएफ पर 8.1 प्रतिशत ब्याज दर देने का फैसला किया है. इससे पहले सीबीटी ने 2020-21 के लिए ईपीएफ जमा पर 8.5 प्रतिशत की ब्याज दर मार्च 2021 में तय की थी. सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज के फैसले पर ईपीएफओ अभी वित्त मंत्रालय से मंजूरी लेगा.
वित्त मंत्रालय की मुहर लगने के बाद खाताधारकों को ब्याज का भुगतान किया जाएगा. इस कटौती के बाद ईपीएफ पर ब्याज दर चार दशक में सबसे कम हो गई है. इससे पहले वित्त वर्ष 1977-78 में कर्मचारियों को ईपीएफ पर 8 फीसदी की दर से ब्याज का भुगतान किया गया था.
बढ़ सकता है रेपो रेट
इस समय महंगाई अपने चरम सीमा पर है.ऐसे में ये कटौती उस समय हुई है जब आपके लिए लोन लेना भी महंगा होने वाला है. भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से बैंकों को दिए जाने वाले कर्ज की दर यानी रेपो रेट में बढ़ोतरी किए जाने की भी संभावना है. वित्त मंत्रालय पहले भी श्रम मंत्रालय को यह साफ कर चुका है कि छोटे बचत योजनाओं और ईपीएफ की ब्याज दरों के बीच संतुलन होना चाहिए. वित्त मंत्रालय के अनुसार, इपीएफ की ब्याज दर ज्यादा नहीं होनी चाहिए.
और घट सकती है ब्याज दरें
इसके बाद ये आशंका जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में ईपीएफ की ब्याज दर में और भी कटौती की जा सकती है. छोटी बचत योजनाओं के तहत आने वाली पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी PPF स्कीम पर ब्याज दर मौजूदा समय में 7.1 फीसदी है. ऐसे में आने वाले दिनों में आपके लिए पीएफ पर मिलने वाली ब्याज दर और घट सकती है.