Cryptocurrency, Bitcoin जैसी प्राइवेट करेंसी में निवेश करने वाले ध्यान दें

क्रिप्टोकरेंसी को लेकर इंटर मिनिस्ट्रियल पैनल ने साफ-साफ कहा है कि प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगना चाहिए

Update: 2021-08-02 09:02 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। क्रिप्टोकरेंसी को लेकर सरकार की क्या राय है? इस पर वित्त राज्यमंत्री ने आज सदन को जानकारी देते हुए बताया कि सरकार डिजिटल इकोनॉमी के लिए ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी की संभावनाओं पर विचार कर रही है. उन्होंने बताया कि क्रिप्टोकरेंसी को लेकर इंटर मिनिस्ट्रियल पैनल ने साफ-साफ कहा है कि प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगना चाहिए. देश में एकमात्र डिजिटल करेंसी की मान्यता होगी जिसे सरकार जारी करेगी.

वित्त राज्यमंत्री ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी को लेकर इंटर मिनिस्ट्रियल पैनल जो कुछ सुझाव देगी, सरकार उसके हिसाब से अपना फैसला लेगी. पैनल के सुझाव के बाद ही सरकार इस दिशा में आगे बढ़ेगी. अगर इसके लिए किसी तरह की कानूनी प्रस्ताव की जरूरत होती है तो सरकार इससे संबंधित कानून को भी सदन में पेश करेगी.
RBI की खुद की डिजिटल करेंसी पर कर रहा काम
पिछले दिनों एक रिपोर्ट में कहा गया था कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया खुद की डिजिटल करेंसी लाने पर तेजी से काम कर रहा है. बहुत जल्द इसकी पायलट टेस्टिंग भी शुरू होने वाली है. अपने देश में डिजिटल करेंसी की वर्तमान स्टेटस की बात करें तो अभी तक RBI ने प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी को कानूनी मान्यता नहीं दी है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इसकी ट्रेडिंग पर लगे बैन को भी हटा दिया है.
दुनिया भर के सेंट्रल बैंक कर रहे हैं काम
इकोनॉमिक टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया के 86 फीसदी सेंट्रल बैंक इस समय सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) की संभावनाओं को लेकर काम कर रहे हैं जबकि 14 फीसदी केंद्रीय बैंकों ने तो पायलट प्रोजेक्ट पर काम करना भी शुरू कर दिया है.
कई पहलुओं पर विचार कर रहा सेंट्रल बैंक
RBI के डिप्टी गवर्नर टी रवि शंकर ने कहा कि हम चरणवास तरीके से इस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. बहुत जल्द इसके इस्तेमाल संबंधी जानकारी के लिए पायलट टेस्टिंग भी की जाएगी. उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक यह देख रहा है कि डिजिटल करेंसी का इस्तेमाल रिटेल में किया जाएगा या फिर होलसेल में किया जाएगा. टेक्नोलॉजी सेंट्रलाइज्ड होगी या फिर डिस्ट्रीब्यूटेड होगी. क्या इसे खुद RBI जारी करेगा या फिर अलग-अलग बैंक इसे जारी करेंगे. मनी लॉन्ड्रिंग समेत किसी भी गलत चीज को रोकने के लिए FEMA, IT Act, Coinage Act, RBI एक्ट में भी जरूरी बदलाव करने होंगे. उन्होंने कहा कि डिजिटल करेंसी शुरू होने से कैश पर निर्भरता घटेगी और करेंसी छापने में होने वाले खर्च पर लगाम लगेगा.
कैसा होगी RBI की डिजिटल करेंसी?
रिजर्व बैंक का CBDC कैसा होगा इसको लेकर डिप्टी गवर्नर शंकर ने कहा कि इसे RBI से कानूनी मान्यता मिली रहेगी. इस करेंसी का फॉर्म डिजिटल होगा. इसके अलावा इसकी वैल्यु को लेकर कोई बदलाव नहीं होगा. उदाहरण के तौर पर 10 रुपए का नोट और 10 रुपए की डिजिटल करेंसी, दोनों की वैल्यु बराबर होगी और इसे बिना किसी रुकावट के एक्सचेंज भी किया जा सकता है. इस समय RBI के अलावा चीन, इंग्लैंड और रूस जैसे देशों के सेंट्रल बैंक भी इस तरह की डिजिटल करेंसी लाने पर विचार कर रहे हैं.


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