नई दिल्ली, (आईएएनएस)| अडानी एंटरप्राइजेज एफपीओ एंकर बुक को 1.5 गुना ओवरसब्सक्राइब किया गया है। बाजार सूत्रों ने कहा कि 9,000 करोड़ रुपये की मांग के मुकाबले 6,000 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया था। बाजार के सूत्रों ने कहा कि ब्लू चिप नामों में मेबैंक एशिया, एडीआईए, एलआईसी, एचडीएफसी लाइफ, एसबीआई एमएफ, थिंक इंवेस्टमेंट्स, बीएनपी, सोजेन, सिटी, मॉर्गन स्टेनली, गोल्डमैन सैक्स, जुपिटर, अल मेहवार सहित अन्य निवेशक शामिल हैं।
बाजार सूत्रों ने कहा कि निहित स्वार्थों द्वारा बदनाम करने के प्रयासों के बावजूद, वैश्विक बाजारों को अडानी समूह पर पूरा भरोसा है। अडानी ग्रुप ने पहले एक बयान में कहा कि यह हैरान करने वाला है कि हिंडनबर्ग रिसर्च ने 24 जनवरी, 2023 को उनसे संपर्क करने या तथ्यात्मक मैट्रिक्स को सत्यापित करने का कोई प्रयास किए बिना एक रिपोर्ट प्रकाशित की है।
अडानी के ग्रुप सीएफओ जुगेशिंदर सिंह ने एक बयान में कहा कि रिपोर्ट चुनिंदा गलत सूचनाओं और पुरानी, निराधार और बदनाम आरोपों का एक दुर्भावनापूर्ण संयोजन है जिसे भारत की सर्वोच्च अदालतों द्वारा परीक्षण और खारिज कर दिया गया है। सिंह ने कहा, रिपोर्ट के प्रकाशन का समय स्पष्ट रूप से अडानी समूह की प्रतिष्ठा को कम करने के इरादे से अडानी एंटरप्राइजेज की आगामी फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफरिंग को नुकसान पहुंचाने के इरादे को दर्शाता है, जो भारत में अब तक का सबसे बड़ा एफपीओ है।
समूह ने कहा कि, वित्तीय विशेषज्ञों और प्रमुख राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों द्वारा तैयार किए गए विस्तृत विश्लेषण और रिपोर्ट के आधार पर निवेशक समुदाय ने हमेशा अडानी समूह में विश्वास जताया है। हमारे सूचित और जानकार निवेशक निहित स्वार्थों के साथ एकतरफा, प्रेरित और निराधार रिपोटरें से प्रभावित नहीं होते हैं।
सिंह ने कहा- अडानी समूह, जो बुनियादी ढांचे और रोजगार सृजन में भारत का अग्रणी है, उच्चतम पेशेवर क्षमता के सीईओ द्वारा प्रबंधित बाजार-अग्रणी व्यवसायों का एक विविध पोर्टफोलियो है और कई दशकों से विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों द्वारा इसकी देखरेख की जाती है।
--आईएएनएस