Google के 500 कर्मचारियों ने सीईओ सुंदर पिचाई को लिखा पत्र, कंपनी की शर्मनाक हरकत आई सामने

खत में इन बातों पर दिया गया जोर

Update: 2021-04-10 08:32 GMT

टेक जायंट गूगल के 500 से ज्यादा कर्मचारियों ने अल्फाबेट इंक और गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई को ओपन लेटर लिखकर उत्पीड़नकर्ताओं को सुरक्षा देने को बंद करने की डिमांड की है. इसके साथ ही खत में सभी कर्मचारियों को दुर्व्यवहार मुक्त वातावरण प्रदान करने की भी बात कही गई है.

कर्मचारियों ने यह खत गूगल के पूर्व इंजीनियर ईमी नीत्फेल्ड (Emi Nietfeld) के द न्यू यॉर्क टाइम्स में एक ओपिनियन पीस लिखने के बाद लिखा है. इसमें ईमी नीत्फेल्ड ने आरोप लगाया था कि उन्हें उस व्यक्ति के साथ एक-के-बाद-एक बैठकें करने के लिए मजबूर किया गया जिसने उसे परेशान किया.

ईमी ने लिखा कि, " मुझे परेशान करने वाला व्यक्ति मेरे पास बैठा रहा. मेरे मैनेजर ने बताया कि एच आर उसे उसकी सीट भी नहीं बदलवा पाएगा, या तो अकेले घर से काम करो या फिर छुट्टियों पर चले जाओ."

शुक्रवार की देर रात मीडियम पर प्रकाशित किए गए इस लेटर में लिखा था कि, "यह एक लंबा पैटर्न है जहां Alphabet उत्पीड़न से परेशान व्यक्ति की रक्षा करने के बजाय उत्पीड़क (हरैसर) की रक्षा करती है. उत्पीड़न की रिपोर्ट करने वाला व्यक्ति बोझ उठाने के लिए मजबूर होता और आमतौर पर उसे कंपनी को छोड़ना पड़ता है. वहीं उसका उत्पीड़न करने वाले व्यक्ति को उसके व्यवहार के लिए पुरस्कृत किया जाता है".

कंपनी में इस तरह के कारनामों का पूराना इतिहास

कंपनी के कर्मचारियों ने कहा कि Alphabet में वर्कप्लेस हरैसमेंट का इतिहास रहा है. एंड्रॉयड मोबाइल सॉफ्टवेयर के क्रिएटर एंडी रूबिन को 90 मिलियन के एग्जिट पैकेज से सम्मानित किया गया था जब एक महिला ने उन पर ओरल सेक्स करने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया था. इसके अलावा यौन उत्पीड़न की जांच के बाद इस्तीफा देने के लिए मजबूर किए जाने पर एक फॉर्मर सर्च एग्जिक्यूटिव अमित सिंघल को 35 मिलियन डॉलर का पैकेज दिया गया.

खत में इन बातों पर दिया गया जोर

इस खत में जोर देकर कहा गया कि 20,000 से अधिक अल्फाबेट वर्कर्स के यौन उत्पीड़न और उत्पीड़कों के संरक्षण के विरोध में चले जाने के बाद भी, अल्फाबेट नहीं बदला है, और Google वॉकआउट के किसी भी डिमांड को पूरा नहीं किया गया. इसमें आगे कहा गया कि अल्फाबेट वर्कर्स दुर्व्यवहार से मुक्त वातावरण में काम करने के अधिकार के हकदार हैं. कंपनी को पीड़ित कर्मचारियों पर ध्यान देते हुए अन्य कर्मचारियों की सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए.


Tags:    

Similar News

-->