कोरोना के वक्त निकाल दिए थे 25% कर्मचारी, एक तिहाई लोगों को वापस मिल चुकी है जॉब
Accor Group ने कोरोना के वक्त अपने 1500 भारतीय कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था. हालत सामान्य होने के बाद कंपनी इन कर्मचारियों की बहाली कर रही है. अब तक एक तिहाई कर्मियों को नौकरी वापस भी दे दी गई है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोरोना वायरस (Corona Virus) ने पूरी दुनिया में तबाही मचाई. कोविड महामारी (Covid-19 Pandemic) के दौरान पूरे देश में लॉकडाउन (lockdown) लगा. इस दौरान फैक्ट्रियां और कारोबार ठप पड़ गए. कंपनियों को काफी आर्थिक नुकसान हुआ. इसलिए उन्होंने कॉस्ट कटिंग करते हुए कर्मचारियों की छंटनी शुरू की. इस सबमें न जाने कितने लोगों का रोजगार चला गया. ऐसा ही फ्रांस की हॉस्पिटैलिटी कंपनी Accor Group ने भी किया था. Accor Group ने कोरोना के वक्त अपने 1500 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया. लेकिन कंपनी हालत ठीक होते ही उन कर्मचारियों की नौकरी वापस दे रही है.
25% भारतीय कर्मचारियों की हुई थी छंटनी
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी एक खबर के मुताबिक, Accor Group अपने 1500 कर्मचारियों में से एक तिहाई को कंपनी वापस भी रख चुकी है. Accor की भारत में 55 संपत्तियां हैं. भारत, मध्य पूर्व और अफ्रीका के लिए Accor कंपनी के CEO मार्क डेसक्रोजाइल ने बताया, कि कंपनी के पास भारत में 6,000 कर्मचारी हैं. कोविड के दौरान और रेवेन्यू में कमी के चलते दुर्भाग्य से उनमें से 25% की छंटनी करनी पड़ी. कंपनी ने कर्मचारियों के लिए उस राशि से एक फंड बनाया, जो शेयरधारकों को लाभांश के रूप में भुगतान किया जाना था. दूसरी लहर के बाद की रिकवरी उम्मीद से कहीं ज्यादा मजबूत रही है, जिसके बाद Accor ने कर्मचारियों की बहाली करना शुरू कर दिया.
कई लोगों ने नौकरी वापस करने से की मनाही
डेसक्रोजाइल ने बताया कि अब तक, नौकरी से निकले गए लोगों में से करीब एक तिहाई को लौटने के लिए आमंत्रित किया गया है. उन्होंने कहा कि जिन लोगों को यह कॉल मिली, उनमें से कुछ ने इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया क्योंकि उन्होंने महामारी के दौरान कुछ और करना शुरू कर दिया था.
शादियों के सीजन से मिल रहा है फायदा
डेसक्रोजाइल ने कहा कि ऑक्युपेंसी बढ़ने की वजह से एवरेज रूम रेट पिछड़ रहे हैं. लोग अब होटल में रुकने, खाने-पीने या अपने कमरे को अपग्रेड करने पर ज्यादा खर्च कर रहे हैं. बड़ी संख्या में मेहमान इन दिनों ब्रेक ले रहे हैं. हवाई किराए पर बचत से उन्हें होटल में रुकने पर ज्यादा खर्च करने का मौका मिल रहा है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि शादियों का चल रहा सीजन होटलों के लिए थोड़ी राहत लेकर आ रहा है. इन दिनों होटलों की आर्थिक स्थिति थोड़ी संभलनी लगी है.