लेखिका पर भारतीय-अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों पर नस्लवादी टिप्पणी का आरोप
न्यूयॉर्क: रूढ़िवादी विद्वान व लेखिका ऐन कूल्टर को भारतीय-अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों निक्की हेली और विवेक रामास्वामी पर नस्लवादी टिप्पणी करने का आरोप गया है। उन्होंने रिपब्लिकन प्राथमिक बहस के दौरान उनकेे बीच हुए टकराव को "हिंदू व्यवसाय" बताया ।
कूल्टर ने एक्स, पूर्व में ट्विटर पर हेली और रामास्वामी के बीच विदेश नीति और यूक्रेन तथा इजराइल को अमेरिकी सहायता को लेकर हुई बहस के एक दिन बाद लिखा, "ऐसा लगता है कि निक्की और विवेक किसी हिंदू व्यवसाय में शामिल हैं। यह हमारी लड़ाई नहीं है। कोल्टर के ट्वीट का जवाब देते हुए, रामास्वामी के वरिष्ठ सलाहकार और संचार निदेशक, ट्रिसिया मैकलॉघलिन ने एनबीसी न्यूज को बताया: "ऐन जो चाहे ट्वीट कर सकती हैं। विवेक उन्हीं यहूदी-ईसाई मूल्यों को साझा करते हैं और जीते हैं, जिन पर इस देश की स्थापना हुई है और जिस तरह से विवेक अपना पारिवारिक जीवन अपने बच्चों और पोते-पोतियों के लिए एक सकारात्मक उदाहरण पेश करते हुए जीते हैं।"
हवाई की पूर्व कांग्रेस सदस्य तुलसी गबार्ड के बाद रामास्वामी देश के दूसरे हिंदू राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हैं। तुलसी ने 2020 में डेमोक्रेट के रूप में चुनाव लड़ा था। निम्रता 'निक्की' रंधावा के रूप में जन्मी हेली का पालन-पोषण सिख माता-पिता ने किया और बाद में उन्होंने ईसाई धर्म अपना लिया।
कोल्टर को भारतीय-अमेरिकियों के खिलाफ नस्लवादी टिप्पणी के लिए सोशल मीडिया पर नाराजगी का सामना करना पड़ा। अमेरिका स्थित एक वकालत समूह हिंदूएक्शन ने कूल्टर के ट्वीट के जवाब में एक्स पर लिखा अमेरिकी हिंदू विज्ञान, प्रौद्योगिकी, चिकित्सा और नीति अनुसंधान में अग्रणी हैं।
'डेसिस डिवाइडेड: द पॉलिटिकल लाइव्स ऑफ साउथ एशियन अमेरिकन्स' के लेखक सांगय मिश्रा ने एक्स पर लिखा, "पूरी उम्मीद थी कि वह उन पर हमला करेगी, लेकिन एक धर्म का हवाला देकर नस्लवाद का इस्तेमाल करना घृणित से परे है।"
कोल्टर ने पहले भी हेली पर हमला किया था और उन्हें "बिम्बो" और "बेतुका प्राणी" कहा था और उनसे "अपने देश वापस जाने" के लिए कहा था। हेली द्वारा 14 फरवरी को एक वीडियो संदेश में अपनी राष्ट्रपति पद की दावेदारी की घोषणा के बाद कूल्टर ने एक पॉडकास्ट में कहा था,"तुम अपने देश वापस क्यों नहीं चले जाते?" जहां हेली ने अपनी भारतीय विरासत के बारे में बात की थी।
लेखक ने 'द मार्क सिमोन शो' पॉडकास्ट पर अपनी उपस्थिति में कहा था, "उनकी उम्मीदवारी ने मुझे याद दिलाया कि मुझे भारत में प्रवास की ज़रूरत है, ताकि मैं मांग कर सकूं कि वे अपने इतिहास के कुछ हिस्सों को हटाना शुरू करें।"
कॉटलर के बयान सिर्फ हेली तक ही नहीं रुके, उन्होंने भारत पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, "गायों की पूजा करने से क्या हुआ? वे सभी वहां भूख से मर रहे हैं। क्या आप जानते हैं कि उनके पास एक चूहे का मंदिर है, जहां वे चूहों की पूजा करते हैं?"
जुलाई में, नेब्रास्का में गैर-सांप्रदायिक लॉर्ड ऑफ होस्ट्स चर्च के वरिष्ठ पादरी हैंक कुनेमैन ने हाल के एक उपदेश में रामास्वामी की हिंदू आस्था पर निशाना साधते हुए नागरिकों से उन्हें वोट न देने के लिए कहा था। टेलीवेंजेलिस्ट ने कहा था कि रामास्वामी हिंदू हैं और इसलिए जो कोई भी उनका समर्थन करेगा, उसका "गॉड से झगड़ा होगा"।