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ये खबर Facebook और Google के लिए बड़ा झटका है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। नई दिल्ली: ये खबर Facebook और Google के लिए बड़ा झटका है. अब इन दोनों टेक दिग्गज कंपनियों को न्यूज देने वाली कंपनियों (News Outlets) को पैसा देना होगा. अब तक ये दोनों कंपनियां बड़ी चालाकी से कंटेंट इस्तेमाल करने के एवज में पैसा देने से बचती रही हैं. कंटेंट मोनेटाइजेशन (Content Monetization) के नाम पर ये दोनों कंपनियां चुप रहती हैं.
ऑस्ट्रेलिया में नया कानून तैयार
रॉयटर्स की खबर के मुताबिक ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने एक नया कानून तैयार किया है. इसके तहत Facebook और Google को अपने प्लेटफॉर्म पर न्यूज कंटेट (News Content) से होने वाली कमाई को संबंधित न्यूज आउटलेट के साथ साझा करना होगा. ऑस्ट्रेलियन ट्रेजर्र जोश फ्राइडेनबर्ग के अनुसार इस नए कानून का मसौदा तैयार हो चुका है. अगले हफ्ते ऑस्ट्रेलियाई संसद (Australian Parliament) की मंजूरी के बाद ये कानून लागू कर दिया जाएगा.
इस मामले से जुड़े जानकारों का कहना है कि कंटेंट मोनेटाइजेशन को लेकर ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने तीन साल तक जांच की है. इसके बाद ही सरकार ने नए कानून को लागू करने का फैसला किया है. अपना पैसा बचाने के लिए Facebook और Google ने ऑस्ट्रेलिया से अपना कारोबार समेटने तक की धमकी दी थी.
उधर फेसबुक ऑस्ट्रेलिया (Facebook Australia) के मैनेजिंग डायरेक्टर विल ईस्टन का कहना है कि कंपनी ऑस्ट्रेलिया के नए कानून की समीक्षा कर रही है. उनका कहना है कि कंपनी देश की संसदीय प्रणाली और न्यूज इकोसिस्टम (News Ecosystem) के तहत काम करने का हल निकालेगी. गूगल ने इस मामले में प्रतिक्रिया देने से इंकार कर दिया.
चुपचाप पैसा पचा लेती हैं टेक कंपनियां
जानकारों का कहना है कि Facebook और Google दुनिया की तमाम न्यूज मुहैया कराने वाली कंपनियों के कंटेंट को अपने प्लेटफॉर्म में यूजर एंगेजमेंट (User Engagment) के लिए इस्तेमाल करती हैं. इंटरनेट कंपनियां (Internet Companies) न्यूज कंटेंट से पैसा भी कमाती हैं. लेकिन कभी भी इस कमाई का शेयर न्यूज आउटलेट्स को नहीं दिया जाता. Facebook और Google बड़ी चालाकी से न्यूज आटलेट्स को ट्रैफिक का लालच देकर कमाई अपने पास रख लेती हैं.
पूरी दुनिया में Facebook और Google के खिलाफ चलती रही है मुहिम
अमेरिका और यूरोप समेत दुनिया के तमाम देशों में न्यूज आउटलेट्स अपने कंटेंट के लिए Facebook और Google से रेवेन्यू शेयरिंग की मांग करती रही हैं. कुछ समय पहले रेवेन्यू की मांग को देखते हुए ही फेसबुक ने अपने प्लेटफॉर्म से न्यूज फीड (News Feed) फीचर को बंद कर दिया था.
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