Bhai Dooj ज्योतिष न्यूज़ : सनातन धर्म में कई सारे पर्व मनाए जाते हैं और सभी का अपना महत्व होता है लेकिन दिवाली का त्योहार प्रमुख माना जाता है जो कि पूरे पांच दिनों तक चलता है। जिसकी शुरुआत धनतेरस से होती है और समापन भाई दूज पर हो जाता है। भाई दूज का पर्व बहन और भाई के प्रेम व विश्वास का प्रतीक माना गया है। जो कि हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर मनाया जाता है। देशभर में भाई दूज पर्व को अलग अलग नामों से जाना जाता है इस पर्व को बहन भाई के प्रेम और स्नेह का प्रतीक माना गया है।
इस साल भाई दूज का पर्व 3 नवंबर दिन रविवार को देशभर में धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। इस दिन बहनें उपवास रखकर पूजा पाठ करती है और भाई को तिलक लगाती है माना जाता है कि ऐसा करने से रिश्तों में प्रेम और मजबूती बनी रहती है। तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा भाई दूज पर तिलक लगाने का शुभ मुहूर्त आपको बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
भाई दूज पर तिलक का मुहूर्त—
पंचांग के अनुसार इस साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि 2 नवंबर दिन शनिवार को रात 8 बजकर 21 मिनट से आरंभ हो रही है और इस तिथि का समापन 3 नवंबर दिन रविवार को रात 10 बजकर 5 मिनट पर हो जाएगा। वही उदयातिथि के अनुसार भाई दूज का पर्व 3 नवंबर को मनाया जाएगा।
3 नवंबर को भाई दूज के दिन दो शुभ योग का निर्माण हो रहा है उस दिन सौभाग्य योग प्रात: काल से लेकर दिन में 11 बजकर 40 मिनट तक है। इसके बाद शोभन योग बन रहा है जो पूरी रात तक रहेगा। ये दोनों ही योग शुभ है। भाई दूज के शुभ मुहूर्त के समय शोभन योग का निर्माण हो रहा है। इसके अलावा इस दिन अनुराधा नक्षत्र पूर्ण रात्रि तक है।
भाई दूज पर शुभ मुहूर्त—
भाई दूज पर ब्रह्म मुहूर्त 4 बजकर 49 मिनट से लेकर सुबह 5 बजकर 42 मिनट तक है। इसके अलावा अभिजीत मुहूर्त 11 बजकर 39 मिनट से दोपहर 12 बजकर 23 मिनट तक रहेगा। इसके अलावा अमृत काल मुहूर्त रात 8 बजकर 45 मिनट से 10 बजकर 30 मिनट तक है। इसके अलावा विजय मुहूर्त 1 बजकर 50 मिनट से देर रात 2 बजकर 34 मिनट तक है। भाई दूज पर तिलक लगाने का शुभ मुहूर्त दोपहर 1 बजकर 6 मिनट से 3 बजकर 17 मिनट तक है।