जेलेंस्की बोले- रूस के साथ शांति वार्ता जारी, लेकिन ठोस नतीजा नहीं निकला

रूस-यूक्रेन जंग को 35 दिन बीत चुके हैं। दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को इस्तांबुल में मिले थे। यहां कीव और चेर्निहीव पर हमले कम करने को लेकर सहमति बनी थी।

Update: 2022-03-31 00:43 GMT

रूस-यूक्रेन जंग को 35 दिन बीत चुके हैं। दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को इस्तांबुल में मिले थे। यहां कीव और चेर्निहीव पर हमले कम करने को लेकर सहमति बनी थी। लेकिन, चेर्निहीव के मेयर ने बुधवार को कहा कि वादे के बाद भी रूस ने शहर पर हमले कम नहीं किए हैं। वहीं, ब्रिटेन ने भी दावा किया है कि रूस ने अपने सैनिकों को केवल उन्हें फिर से व्यवस्थित करने के वापस बुलाया था और वह हमले कम नहीं करने वाला है। इसी बीच अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने यूक्रेन में बिगड़ती मानवीय स्थिति पर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से फोन पर बात की।

एक टेलीविजन पर दिए भाषण में वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि रूस के साथ शांति वार्ता जारी है "लेकिन फिलहाल केवल शब्द हैं, कुछ भी ठोस नहीं है।" जेलेंस्की ने यह भी कहा कि यूक्रेन डोनबास पर रूसी हमलों को जवाब देने की तैयारी कर रहा है।

रूस के वाणिज्य विभाग में निर्यात प्रशासन के सहायक सचिव थिया केंडलर ने कहा कि रूस के निर्यात पर लगे वैश्विक प्रतिबंधों ने एक कार निर्माता को उत्पादन बंद करने, टैंकों पर काम बंद करने और एक कंप्यूटर निर्माता की आवश्यक सर्किट तक पहुंच को रोकने पर मजबूर कर दिया है। केंडलर ने कहा, "आवश्यकता निर्यात नियंत्रण और अन्य उपायों पर अभूतपूर्व सहयोग कई देशों को एक साथ लाया है, जो पुतिन द्वारा छेड़े गए युद्ध पर सार्थक प्रभाव डाल रहे हैं।

संयुक्त राष्ट्र के शरणार्थियों के उच्चायुक्त (यूएनएचसीआर) ने कहा कि संगठन मैरियूपोल में अपने कुछ कर्मचारियों के साथ संवाद करने में असमर्थ है। यूएनएचसीआर के उच्चायुक्त फिलिपो ग्रांडी ने सीएनएन के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि "कुछ बाहर निकलने में कामयाब रहे। कुछ अंदर फंसे हैं और हम इस समय उनके साथ संवाद नहीं कर पा रहे हैं। वे मेरे सहयोगी हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि जैसा कि उन्होंने पिछले सप्ताह खारकीव में किया था, उसी तरह यहां से भी शरणार्थियों को निकालना जारी रखने हुए हैं, लेकिन "हमें इस बात का आश्वासन चाहिए कि इस दौरान संघर्ष रोक दिया जाएगा और हमें थोड़ा समय दिया जाएगा।"

पेंटागन के अनुसार, कीव के आसपास तैनात 20 फीसदी से भी कम रूसी बलों को फिर से तैनात किया जा रहा है। लेकिन उनके वापस जाने की संभावना नहीं है और इसके बजाय उन्हें फिर से आपूर्ति और फिर से तैनात किए जाने की उम्मीद है। पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने बताया कि उनमें से कुछ पहले ही बेलारूस चले गए हैं और रूसी कांट्रेक्टर वैगनर ग्रुप (रूस के किराये के हत्यारे) ने भी यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र में लगभग 1,000 भाड़े के सैनिकों को तैनात किया है।


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