पुतिन के लिए जेलेंस्की ने रचा चक्रव्यूह, कीव की तरफ आगे नहीं बढ़ पा रही रूसी सेना
बातचीत से ही रूस अपने नुकसान को कम कर सकता है. यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता को कायम रखना जरूरी है.
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध (Russia-Ukraine War) का आज 24वां दिन है. रूस, यूक्रेन के हर शहर को निशाना बना रहा है, मिसाइल बरसा रहा है, रॉकेट दाग रहा है लेकिन उसकी निगाहें राजधानी कीव पर लगी हैं. यूक्रेन ने कीव को लेकर ऐसा चक्रव्यूह रचा है, जिसे भेद पाने में रूस की सेना अब तक नाकाम रही है. अब यूक्रेन ने दावा किया है कि उसने कीव के पास 30 अहम ठिकानों पर कब्जा कर लिया है. साथ ही ये भी कहा है कि रूस की सेना को उसने 70 किलोमीटर दूर खदेड़ दिया है.
कीव पर कब्जा करना चाहता है रूस
रूस-यूक्रेन जंग कितने दिन और चलेगी, ये कोई नहीं जानता क्योंकि जब तक कीव पर रूस का कब्जा नहीं होता तब तक यूक्रेन हथियार नहीं डालेगा. रूस चाहता है कि जल्दी से जल्दी कीव पर उसका कब्जा हो और यूक्रेन को बिना किसी शर्त के झुकना पड़े.
यूक्रेनी सेना ने किया जबरदस्त काउंटर अटैक
लेकिन यूक्रेनी फौज ने जिस तरह से काउंटर अटैक किया है, उसका अंदाजा रूस तो क्या किसी ने भी नहीं लगाया होगा. यूक्रेनी मीडिया ने दावा किया है कि यूक्रेन की सेना के जांबाज सैनिकों ने एक बार फिर से राजधानी कीव से सटे 30 से ज्यादा इलाकों को अपने कब्जे में ले लिया है और रूस की सेना को मुंहतोड़ जवाब देते यूक्रेन की सेना ने एक फिर से रूस को राजधानी से 70 किमी दूर तक धकेल दिया है.
रूसी सेना को मिल रही कड़ी टक्कर
यूक्रेन के सैनिकों से मिल रही कड़ी टक्कर के बाद रूस अब कीव पर कब्जे के लिए अपने घातक हथियारों के इस्तेमाल की योजना बना रहा है और कीव को चारों तरफ से घेरने के लिए वो कीव समेत अलग-अलग शहरों में अपने तोपों और टैंकों से लगातार हमला कर रहा है.
गौरतलब है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन की शांति और सुरक्षा ही रूस की गलतियों और नुकसान को कम कर सकती हैं. रूस नहीं रुका तो उसे भारी नुकसान होगा. अब मुलाकात और बातचीत का समय है. बातचीत से ही रूस अपने नुकसान को कम कर सकता है. यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता को कायम रखना जरूरी है.