जेलेंस्की ने देश को किया संबोधित, अप्रत्यक्ष रूप से नाटो पर साधा निशाना

रूस और यूक्रेन के बीच जंग को 33 दिन बीत चुके हैं। कई देशों की मध्यस्थता के बावजूद दोनों में से कोई देश झुकने के लिए तैयार नहीं है। इस बीच, क्रेमलिन ने कहा है कि रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता की शुरुआत मंगलवार को तुर्की में हो सकती है।

Update: 2022-03-29 00:42 GMT

रूस और यूक्रेन के बीच जंग को 33 दिन बीत चुके हैं। कई देशों की मध्यस्थता के बावजूद दोनों में से कोई देश झुकने के लिए तैयार नहीं है। इस बीच, क्रेमलिन ने कहा है कि रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता की शुरुआत मंगलवार को तुर्की में हो सकती है। वहीं, रूस के साथ बातचीत से पहले यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा है कि हम शांति के लिए जल्द तटस्थता का एलान कर सकते हैं। इसी बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अपने ताजा संबोधन में नाटो पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यदि कोई रूस से डरता है, यदि कोई जरूरी निर्णय लेने से डरता है, तो यह डर इन लोगों को हमारे शहरों में रूसी सैनिकों द्वारा बनाई गई तबाही के लिए भी जिम्मेदार बनाता है।

एमनेस्टी इंटरनेशनल ने कहा कि यूक्रेन पर रूस का हमला "सीरिया में हमने जो देखा है, उसका दोहराव है।" ग्लोबल राइट्स वॉचडॉग के महासचिव एग्नेस कैलामार्ड ने एएफपी न्यूज एजेंसी को बताया कि "हम नागरिक बुनियादी ढांचों पर जानबूझकर किए जा रहे हमलों के गवाह हैं।" उन्होंने रूस पर मानवीय गलियारों को 'मौत के जाल' में बदलने का आरोप लगाते हुए कहा कि "हम वही स्थिति यूक्रेन में देख रहे हैं, जैसा कि रूस ने सीरिया में किया था।"

उन्होंने नाटो पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि यदि कोई रूस से डरता है, यदि कोई जरूरी निर्णय लेने से डरता है, विशेष रूप से हमें विमान, टैंक, आवश्यक तोपें और गोले देने से डरता है, जो हमारे लिए महत्वपूर्ण हैं, तो यह डर इन लोगों को हमारे शहरों में रूसी सैनिकों द्वारा बनाई गई तबाही के लिए भी जिम्मेदार बनाता है। क्योंकि अगर आप तबाही से बचा सकते हो, तो आपको बचाना चाहिए था।"

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने सोमवार रात एक बार फिर देश को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि डर हमेशा आपको अपराध का सहयोगी बनाता है। उन्होंने अन्य देशों से साहस के साथ कार्य करने का आग्रह किया। जेलेंस्की ने कहा, "यूक्रेनियन को सिर्फ इसलिए नहीं मरना चाहिए क्योंकि किसी को यूक्रेन को आवश्यक हथियार सौंपने के लिए पर्याप्त साहस नहीं मिल रहा है। डर हमेशा आपको अपराध का साथी बनाता है।"

द कीव इंडिपेंडेट ने बताया कि यूक्रेन की एकाधिकारवादी टेलीफोन कंपनी के अनुसार, 28 मार्च को किए गए शक्तिशाली साइबर हमले ने 70 फीसदी से अधिक उपयोगकर्ताओं को प्रभावित किया। साइबर हमले ने उक्रटेलकॉम के इंटरनेट नेटवर्क को अस्थायी रूप से अक्षम कर दिया था। हालांकि कंपनी ने अपनी सेवा फिर से शुरू कर दी है।

द कीव इंडिपेंडेट के मुताबिक, रूसी सैनिकों ने मेलिटोपोल के एक और अधिकारी का अपहरण कर लिया था। मेलिटोपोल के मेयर इवान फेडोरोव के अनुसार, रूसियों ने मेलिटोपोल सिटी काउंसिल के शिक्षा विभाग के प्रमुख इरीना शचरबक का अपहरण कर लिया था। उन्हें 16 मार्च को रूसी कैद से रिहा किया गया।

यूक्रेन के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से रायटर ने बताया कि मानवीय गलियारों के जरिए आज यूक्रेनी शहरों से 1,009 लोगों को निकाला गया। वहीं रक्षा मंत्रालय ने ट्वीट कर बताया कि रूस की निजी सैन्य कंपनी, वैगनेर समूह, पहले से ही पूर्वी यूक्रेन में तैनात है और संगठन के वरिष्ठ अधिकारियों सहित 1,000 से अधिक भाड़े के सैनिकों को भेजने की उम्मीद है। वैगनर समूह के कर्मियों को कथित तौर पर सीरिया और अफ्रीका के अन्य हिस्सों में अलग-अलग मिशनों से वापस बुला लिया गया है क्योंकि रूस यूक्रेन को प्राथमिकता दे रहा है।


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