YouTube ने जर्मनी में बंद किए दो रूसी चैनल, रूस ने दी चेतावनी

रूस ने बुधवार को कहा कि वह वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म यूट्यूब तक पहुंच को आंशिक रूप से या पूरी तरह ब्लॉक कर देगा

Update: 2021-09-30 02:56 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क|  रूस ने बुधवार को कहा कि वह वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म यूट्यूब तक पहुंच को आंशिक रूप से या पूरी तरह ब्लॉक कर देगा. ऐसा इसलिए क्योंकि यूट्यूब ने रूस के सरकारी प्रसारक 'आर टी' के जर्मनी में दिखाए जाने वाले चैनलों (RT German Channels Suspension) को बंद कर दिया है. कई मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रूसी राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन ने कहा कि आर टी के जर्मन चैनलों को बंद करने का यूट्यूब का फैसला रूसी कानून का उल्लंघन है.

क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव (Dmitry Peskov) ने यूट्यूब की कार्रवाई को 'सेंसरशिप' बताया और इसे रूस के कानूनों का 'घोर उल्लंघन' करार दिया. पेस्कोव ने कहा, 'ऐसे संकेत मिलते हैं कि रशियन फेडरेशन के कानूनों का उल्लंघन किया गया है और बहुत घोर उल्लंघन किया गया है. यह सेंसरशिप से जुड़ा हुआ है और मीडिया में सूचना के प्रसार में बाधा उत्पन्न करता है. हमें इस मंच को हमारे कानूनों का पालन करने के लिए बाध्य करना होना और इसके लिए उपाय करने की संभावना से इनकार नहीं करना चाहिए. ऐसे उल्लंघनों के लिए जीरो टॉलरेंस की नीति अपनानी चाहिए.'

क्यों बंद किए गए चैनल?

यूट्यूब ने मंगलवार को आर टी जर्मन के दो चैनलों को निलंबित कर दिया था. ऐसा करने के पीछे का कारण कोविड-19 से जुड़े दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करना बताया गया है (YouTube Bans RT German Channel). यूट्यूब का कहना है कि चैनल पर कोरोना वायरस से जुड़ी गलत सामग्री दिखाई गई है. इसलिए चैनल को निलंबित किया गया, ताकि उसपर नई सामग्री अपलोड ना की जा सके. लेकिन फिर इसके बाद आरटी ने एक अन्य यूट्यूब चैनल का इस्तेमाल कर इस प्रतिबंध को रोकने की कोशिश की, जिसके चलते दोनों ही चैनल बंद कर दिए गए.

गूगल को लिखा गया खत

इसके बाद आरटी की चीफ एडिटर मार्गरीटा सिमोन्यन ने रूसी मैसेजिंग प्लैटफॉर्म टेलीग्राम पर लिखते हुए यूट्यूब के कदम को 'रूस पर जर्मनी का मीडिया युद्ध' बताया (Kremlin on YouTube). उन्होंने कहा, 'मैं रूस में डॉयचे वेले और अन्य जर्मन मीडिया पर बिना किसी देरी के प्रतिबंध लगाने के साथ-साथ एआरडी और जेडडीएफ के कार्यालयों को बंद करने की प्रतीक्षा कर रही हूं.' समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार, रूस के मीडिया वॉचडॉग रोसकोम्नाडजोर ने कहा है कि उसने यूट्यूब की मालिकाना कंपनी गूगल को एक खत लिखा है, जिसमें मांग की गई है कि दोनों चैनलों पर से प्रतिबंध हटाया जाए.

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