ज्वालामुखी के 'लावे' जितना गर्म है युवा ग्रह, जानें वजह

गर्म है युवा ग्रह

Update: 2021-10-27 15:54 GMT

वैज्ञानिकों ने डीप स्पेस (Deep Space) में 'अब तक के सबसे युवा ग्रह' की खोज की है. जिससे ग्रहों के बनने के तरीके के बारे में पता चल सकता है. इसे 2M0437b नाम दिया गया है. ये ग्रह 'कई लाख वर्ष' पुराना है और ऐसा अनुमान है कि यह 'बृहस्पति से कई गुना बड़ा' है. ये जानकारी वैज्ञानिकों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने दी है. जिसका नेतृत्व हवाई विश्वविद्यालय के वो वैज्ञानिक कर रहे हैं, जिन्होंने 2M0437b की खोज की है. चूंकि 2M0437b अब भी युवा अवस्था में है, इसलिए ये उस ऊर्जा से ज्यादा गर्म है, जो इसके बनने के समय रिलीज हो रही थी.

खोज की घोषणा से जुड़े बयान के अनुसार, इसका तापमान 'किलाउआ ज्वालामुखी से निकलने वाले लावा' के समान है. पृथ्वी से लगभग 400 प्रकाश वर्ष दूर इस ग्रह को पहली बार 2018 में सुबारू टेलीस्कोप का उपयोग करके देखा गया था. तभी से शोधकर्ता केक ऑब्जरवेटरी के साथ इसका अध्ययन कर रहे हैं, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि यह वास्तव में 2M0437 स्टार का साथी है. स्टार 2M0437 'धीमी गति से' चलता है और यह और इसकी परिक्रमा करने वाला ग्रह दोनों वृषभ क्लाउड में मौजूद हैं.
एक बयान में अध्ययन के प्रमुख लेखक एरिक गाइदोस ने कहा, 'ये उन ग्रहों में से एक है, जिसे हम धरती पर मौजूद टेलीस्कोप की मदद से देख सकते हैं (Exoplanet 2MO437b News). हम इसी रोशनी का विश्लेषण कर इसकी कंपोजीशन के बारे में बता सकते हैं. शायद यह भी बता सकते हैं कि यह अपने मेजबान सितारे के चारों ओर गैस और धूल की एक लंबे समय से गायब डिस्क में कहां और कैसे बना था.' ग्रह नया है, इसलिए ऐसा माना जा रहा है कि इसका तापमान ज्वालामुखी के लावे जितना ही गर्म है.
2M0437b की कक्षा सौर मंडल के ग्रहों की तुलना में 'बहुत व्यापक' है. अध्ययन के सह-लेखक माइकल लियू ने कहा, 'इस खोज के लिए दुनिया के दो बड़े टेलीस्कोप (World's Biggest Telescope), अडैप्टिव ऑपटिक्स तकनीक और साफ आसमान की जरूरत थी. हम सभी इस तरह की और खोज की प्रतीक्षा कर रहे हैं और हमें भविष्य की प्रौद्योगिकियों और टेलीस्कोप के साथ ऐसे ग्रहों के अधिक विस्तृत अध्ययन की उम्मीद है.'
वैज्ञानिक जेम्स वेब (James Web Telescope) जैसे नए टेलीस्कोप की मदद से ग्रह के बारे नई चीजें जानने के लिए काफी उत्सुक हैं. ये अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का टेलीस्कोप है, जिसे जल्द ही लॉन्च किया जाएगा. यह अपने वातावरण में गैस की पहचान कर सकता है. इसके अलावा ये भी बता सकता है कि ग्रह के पास मून फॉर्मिंग डिस्क है या नहीं. वहीं नासा का हबल टेलीस्कोप भी करीब तीन दशक से इस तरह की खोज कर रहा है.
Tags:    

Similar News

-->