दुनिया का सबसे बड़ा अय्याश: इस देश में वाइल्ड SEX पार्टी के लिए खूबूसरत लड़कियों को किया जाता अगवा, गर्भवती होने पर...
किम जोंग उन का जन्म 8 जनवरी, 1983 को हुआ माना जाता है। जबकि आधिकारिक तौर पर इसे 1982 माना जाता है। इसके पिता किम जोंग इल (1941-2011) तक उत्तरी कोरिया पर राज़ करते रहे। उनकी मौत के बाद 28 दिसंबर, 2011 को किम जोंग उन ने खुद को उत्तरी कोरिया का तानाशाह घोषित कर दिया। कहते हैं कि जोंग की फैमिली के बारे में सिर्फ वे ही बातें सामने आई हैं, जो उत्तरी कोरिया से बाहर रह रहे लोगों ने देखी या सुनी हैं।
जापानी समाचार पत्र ने सबसे पहले इस बात का खुलासा किया था कि किम स्विट्ज़रलैंड के एक स्कूल में 1993 से 1998 तक पढ़ा। कहते हैं बचपन में किम शर्मिला लड़का था। वो बॉस्केटबॉल का अच्छा खिलाड़ी था। यहां तक बताते हैं कि जोंग जर्मनी से नफरत करता था। अगर उसका कोई सहपाठी जर्मन बोलता दिखता, तो किम उसे लात तक मार देता था।
ऑथर अन्ना फिफिल्ड ने किम जोंग की जीवनी 'द ग्रेट सक्सेसर: द सीक्रेट राइज एंड रूल ऑफ किम जोंग' में उल्लेख किया है कि जब किम 7 साल के थे, तब से उनकी हर जरूरतों को पूरा किया जाता था। उनकी हर गलती माफ होती थी। उसे कभी दूसरों के साथ अच्छा बर्ताव करने की सीख नहीं दी गई। बचपन में उसकी जिद के चलते एक कार को उसके हिसाब से मोडिफाई करवा गया था, ताकि वो चला सके। उसे हाथ में पिस्टल थमा दी गई थी। इससे वो दूसरे बच्चों को डराता धमकाता था।
किम जोंग उन और उसके पिता किम जोंग इल के बारे में कहा जाता है कि दोनों अय्याश रहे हैं। किम जोंग जबर्दस्ती लड़कियों को उठवा लेता है और जब वे गर्भवती हो जाती हैं, तो उनको गायब करवा देता है। कहा जाता है कि इसका खुलासा एक पीड़िता ने किया था, जो किम जोंग के कैदखाने से बचकर दूसरे देश की सरहद पार करते समय पकड़ी गई थी। किम जोंग स्कूल मे पढ़ने वालीं खूबूसरत लड़कियों को अपने साथ घसीटकर ले जाता था।
किम जोंग उन के पिता किम जोंग इल के बारे में खुलासा हुआ था कि उन्होंने तो बकायदा एक अय्याश खाना बनवा रखा था। वहां लड़कियों को कैद करके रखा जाता था। स्कूल से लड़कियां उठवा ली जाती थीं। इन्हें मिलिटरी के अफसरों के पास भेजा जाता है। इससे पहले इनके कौमार्य की जांच तक होती है। इनके साथ तानाशाह वाइल्ड सेक्स पार्टी करता है। हालांकि इसमें कितना सच है, यह कोई नहीं जानता।
बता दें कि किम जोंग उन के दादा किम इल सुंग(15 अप्रैल, 1912-8 जुलाई, 1995) उत्तरी कोरिया के संस्थापक रहे हैं। 1948 में उन्होंने उत्तरी कोरिया की नींव रखी थी।
किम जोंग दुनियाभर के लिए एक खतरे की घंटी है। अमेरिका सेना की एक आंतरिक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि किम जोंग उन की सेना के पास 60 से अधिक परमाणु बम हैं। इनके निशाने पर अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया हैं। इसके अलावा उत्तर कोरिया के पास सबसे ज्यादा रासायनिक हथियारों की जखीरा है। इनका कुल वजन 5000 टन से अधिक बताया जाता है।
किम जोंग कई बार गायब हो जाते हैं। 2014 में वह 40 दिन तक गायब रहे थे। 20 दिन के बाद लौट आए थे। उनकी मौत की खबरें भी आती रहती हैं। पिछले साल ही 2 बार इंटरनेट पर उनकी मौत की झूठी खबरें चलीं। कहा गया कि किम जोंग की बीमारी से मौत हो गई। इससे पहले खबरें चलीं कि उत्तर कोरिया की कमान किम जोंग उन की बहन किम यो जुंग को सौंपी जा सकती है। लेकिन सब बातें झूठी निकलती रहीं।
ताजा घटनाक्रम: तानाशाह ने पहली बार अपनी नाकामी स्वीकारी है। उसने पिछले 5 साल में पहली बार अपनी पार्टी की कांग्रेस मीटिंग बुलाई है। इसमें विकास की रूपरेखा तैयार होगी। कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी के मुताबिक, यह मीटिंग मंगलवार से शुरू हुई। किम के शासनकाल में इससे पहले 2016 में मीटिंग हुई थी। यह 4 दिन चली थी। इससे पहले 1980 में मीटिंग 5 दिन और 1970 में 12 दिन चली थी।
किम जोंग ने 2011 में जब उत्तर कोरिया की सत्ता संभाली, तब उसकी उम्र 27 साल थी। बेशक उसे शासन पुस्तैनी तौर पर मिला, लेकिन वाशिंगटन पोस्ट की ब्यूरोचीफ अन्ना फिफिल्ड ने किम जोंग की जीवनी 'द ग्रेट सक्सेसर: द सीक्रेट राइज एंड रूल ऑफ किम जोंग' में उल्लेख किया है कि किम में बचपन से ही तानाशाही रवैये वाला रहा है। पहली बार जब उससे 40 वर्षीय शेफ मिला, तो उसने हाथ मिलाने के बजाय उसे घूरा। इसी शेफ ने किम के बारे में कई खुलासे किए। किम जब 8 साल का था, तब वो एक्सपर्ट को बुलाकर मशीनों की तकनीक सीखता था।