'तीसरा विश्व युद्ध'? रूस द्वारा परमाणु हथियार की 'एंट्री' से दुनिया में हड़कंप!
Russia-Ukraine War: रूस-यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग अब खतरनाक मोड़ लेती जा रही है. दरअसल, रूस का कहना है यूक्रेन बातचीत के लिए तैयार नहीं हैं, लिहाजा वह चौतरफा हमला करेगा. इस जंग पर दुनियाभर के देशों की नजर है. आशंका जताई जा रही है कि इस युद्ध में तोप, गोले, बंदूकों से बढ़कर ये लड़ाई न्यूक्लियर हमले तक पहुंच सकती है. इस युद्ध में बेलारूस रूस की के लिए बड़ा मददगार साबित हो रहा है. ऐसे में फ्रांस ने इस मामले में दखल देते हुए कहा कि बेलारूस को यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस की मदद नहीं करनी चाहिए.
बता दें कि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (French President Emmanuel Macron) ने बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको (Belarus President Alexander Lukashenko) से फोन पर बातचीत की. इस दौरान उन्होंने बेलारूस के उस फैसले की कड़ी निंदा की, जिसमें बेलारूस ने कहा था कि वह रूस को बेलारूस की धरती पर परमाणु हथियार तैनात करने की स्वीकृति देगा.
एजेंसी के मुताबिक राष्ट्रपति मैक्रों ने बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको से कहा कि वह बेलारूस और यूक्रेन के लोगों की भावनाओं की कद्र करें और रूस की ओर से किए जा रहे यूक्रेन पर हमलों का सहयोगी न बनें. क्योंकि ऐसा करना किसी के हित में नहीं होगा.
इसी दौरान फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग की विनाश लीला को खत्म करने पर जोर देते हुए कहा कि अब इसे जल्द से जल्द खत्म किया जाना चाहिए. साथ ही कहा कि कूटनीति का इस्तेमाल करके इसे हल किया जा सकता है.
इतना ही नहीं, फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने बेलारूस के राष्ट्रपति से कहा कि वह जल्द ही रूसी सैनिकों को बेलारूस की धरती छोड़ने का आदेश दें. उन्होंने ये भी दावा किया कि मॉस्को को बेलारूस में परमाणु हथियार तैनात करने की इजाजत दे दी थी.
एजेंसी के मुताबिक एक वरिष्ठ अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने कहा ने कहा था कि यूक्रेन पर हमले के बीच बेलारूस को रूस एक हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है. हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी यूक्रेन की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है.