महिला ने फ्लाइट के डस्टबिन में फेंका बच्चे का गंदा डायपर, फिर डिब्बे से बाहर निकालने के लिए किया मजबूर

एयरलाइन अब घटना की जांच कर रही है.

Update: 2021-07-18 03:46 GMT

अक्सर लोगों को आपने उनके बच्चों के साथ यात्रा करते हुए देखा होगा. महिलाओं को उनके बच्चे के साथ देखकर अक्सर लोग बस या मेट्रो में अपनी सीट छोड़ उन्हें ऑफर कर देते हैं लेकिन एक फ्लाइट में एक मुस्लिम महिला के साथ जो हुआ, वो जानकर आप हैरान रह जाएंगे.

दरअसल, फराह नाज़ खान (Farah Naz Khan) नाम की एक महिला ने बताया कि हवाई यात्रा के दौरान एक फ्लाइट अटेंडेंट (Flying attendant) ने उन्हें उनके बच्चे की नैपी (Nappyt) को कचरे के डिब्बे से बाहर निकालने के लिए मजबूर किया. यही नहीं, इसके बाद उन पर फ्लाइंग बैन (Flying ban) भी लगा दिया गया. जानकारी के मुताबिक उनके साथ ऐसा तब हुआ जब वह ह्यूस्टन (Houston) से मोंटाना (Montana) जाने वाली मेसा एयरलाइंस में यात्रा (Mesa Airlines flight) कर रहीं थीं. उस दौरान आधे रास्ते में, फराह बच्चे की नैपी बदलने के लिए विमान के पिछले हिस्से की ओर गईं, फिर डायपर को एक सिकेंटिड बैग (Scented bag) में फेंक दिया. 34 वर्षीय महिला का कहना है कि सीट पर लौटते समय उसे एक पुरुष फ्लाइट अटेंडेंट ने रोका ओर उन पर चिल्लाते हुए कहा कि गंदे नैपी को फेंकना 'बॉयोहैजार्ड' (Biohazard) में आता है. जानकारी के लिए बता दें कि Biohazards का मतलब होता है कोई भी जैविक या रासायनिक पदार्थ जो कि मनुष्यों, जानवरों या पर्यावरण के लिए खतरनाक हो.
महिला को कूड़े में हाथ डालने के लिए किया गया मजबूर
फराह ने बताया कि उन्होंने अटेंडेट से पूछा कि क्या वह यह चाहते हैं कि वह (फराह) नैपी को वापस बिन से बाहर निकाले? जिस पर अटेंडेट ने हां कहा. महिला को बहुत अपमानित महसूस हुआ क्योंकि उन्हें कूड़ेदान में नैपी खोजने के लिए मजबूर किया गया. उनके मुताबिक उनकी शर्मिंदगी गुस्से में तब बदली, जब उन्होंने दूसरी फ्लाइट अटेंडेंट से बात की, जिसने उन्हें बताया कि उन्होंने पहली बार में कुछ भी गलत नहीं किया था. इतना सुनकर फराह ने उस मेल फ्लाइट अटेंडेंट से बात करने की कोशिश की लेकिन अटेंडेंट ने क्रू मेंबर से कहा कि वह उनसे (फराह) से कोई बात नहीं करना चाहता इसलिए इसके बाद फराह ने शिकायत दर्ज करने का फैसला किया.
अटेंडेंट ने महिला के साथ की बदतमीजी
आपको बता दें कि इस घटना के कुछ घंटों बाद, फराह के पास फ्लाइट अटेंडेंट का फोन आया, जिसने उन्हें बताया कि उस घटना के बाद फराह को फ्लाइट की नो फ्लाइंग लिस्ट (No flying list) में रखा गया है. फराह ने बताया, "मैंने आवाज पहचान ली. उन्होंने कहा, 'आज विमान में एक बायोहजार्ड घटना के कारण, हमने आपको नो-फ्लाइंग लिस्ट में रखा है' इससे मुझे बहुत गुस्सा आया, क्योंकि मुझे अपमानिक किया गया और वो मुझे नो-फ्लाई लिस्ट में डाल रहे हैं?" उन्होंने कहा "मैंने बाद में डायपर को विमान से उतर कर बाहर डस्टबिन में फेंक दिया था.'' फराह के मुताबिक, फ्लाइट अटेंडेंट ने फोन कॉल के दौरान उन्हें गालियां देना शुरू कर दिया और कहा, "आप लोग अपने बच्चों को हर जगह ले आते हैं. क्या आप नहीं जानते कि कुछ लोग शांतिपूर्ण यात्रा चाहते हैं न की बच्चों के शोर को सुनना चाहते हैं." हांलाकि, एयरलाइन अब घटना की जांच कर रही है.


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