एक साथ 9 बच्चों को जन्म देने वाली महिला परेशान, हर दिन 100 डायपर और छह लीटर दूध की पड़ती है जरूरत
हलीमा और अर्बी की शादी साल 2017 में हुई थी. इनकी पहले से ढाई साल की एक बेटी है.
मोरक्को में 26 साल की एक महिला ने एक साथ 9 बच्चों को जन्म देकर विश्व रिकॉर्ड तो बना लिया लेकिन अब उसे कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. हलीमा सीसी (Halima Cisse) नामक इस महिला का कहना है कि उसे बच्चों के लिए प्रतिदिन 100 डायपर और छह लीटर दूध की जरूरत पड़ती है. हलीमा ने 5 मई को आठ बच्चों को 2009 में जन्म देने वाली नादिया सुलेमान का रिकॉर्ड तोड़ा है. उनके नौ बच्चों का वजन 500 ग्राम से लेकर 1 किलोग्राम तक है.
डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, हलीमा को नहीं पता था कि वह नौ बच्चों को जन्म देने वाली हैं. उन्हें सिजेरियन से कुछ मिनट पहले ही इस बात की जानकारी दी गई थी. जिससे वह काफी हैरान रह गईं. उन्हें बताया गया कि वह सात बच्चों को जन्म दे सकती हैं, लेकिन सिजेरियन के वक्त नौ बच्चों का जन्म हुआ (Nonuplets Woman From Mali Gives Birth to 9 Babies). वह इस दौरान काफी डरी हुई थीं कि आखिर कैसे इतने बच्चों को पालेंगी और कौन उनकी मदद करेगा. बच्चे अब भी इन्क्यूबेटर में रखे गए हैं.
करोड़ों रुपये का बिल सरकार ने भरा
बच्चों के कमजोर होने के चलते हर तीन घंटे में इनकी जांच की जाती है. इन बच्चों के इलाज का खर्च करीब 10 करोड़ रुपये तक आ गया है. जिसे माली की सरकार ही भर रही है (World Record of Child Birth). अभी ये दो महीने और अस्पताल में रहने वाले हैं. हलीमा का कहना है कि उन्हें बच्चों को स्तनपान कराने में दिक्कत आ रही है. उनका कहना है, 'मुझे बहुत सारा काम करना पड़ता है और मैं अभी भी कमजोर महसूस कर रही हूं. मेरी प्रेगनेंसी काफी मुश्किलों भरी थी और मुझे काफी सारे आराम की जरूरत है.'
मेडिकल टीम कर रही है देखभाल
वह कहती हैं, 'एक बच्चे को जन्म देना ही काफी मुश्किल होता है और नौ बच्चों को जन्म दे पाना कल्पना से परे है. उनकी देखभाल करने के लिए काफी सारा काम करना पड़ता है (Morocco Woman Gave Birth to Nonuplets ). मैं शुक्रगुजार हूं कि सारा मेहनत भरा काम मेडिकल टीम कर रही है और इसके लिए माली सरकार पैसा दे रही है.' इसी क्लिनिक की तीसरी मंजिल पर मौजूद एक प्राइवेट रूम में रहने वाली हलीमा दिन में केवल दो बार ही अपने बच्चों से मिलने जाती हैं. बच्चों को जन्म देते समय खून ज्यादा बह जाने के कारण उनकी खुद की जान मुश्किल से बच सकी है.
कोविड के कारण साथ नहीं थे पति
हलीमा का कहना है, 'शुक्र है कि मुझे रात में जागना नहीं पड़ता जब बच्चे रोते हैं क्योंकि वो सब नर्स संभाल लेती हैं. इसलिए मैं अपनी नींद पूरी कर लेती हूं (Mali Woman Nonuplets). मैं खुशनसीब हूं कि जिंदा हूं और मुझे इतना सहयोग मिल रहा है.' बच्चों के जन्म के समय हलीमा की बहन आयशा उनके साथ थीं, जबकि पति कादेर अर्बी कोविड-19 प्रतिबंधों के कारण घर पर थे. वह 9 जुलाई को मोरक्को पहुंचे. यहां वह दस दिन तक क्वारंटाइन में रहने के बाद 19 जुलाई को अस्पताल आए. हलीमा और अर्बी की शादी साल 2017 में हुई थी. इनकी पहले से ढाई साल की एक बेटी है.