महिला ने नकली कूपनों के जरिए 240 करोड़ ठगे, फिर...

फिलहाल महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है.

Update: 2021-10-27 06:22 GMT

नई दिल्ली: वर्जीनिया की एक महिला ने नकली कूपनों के जरिए 32 मिलियन डॉलर (करीब 240 करोड़ रुपये) की ठगी की है. महिला ने इन कूपनों के जरिए घर की मरम्मत और विलासिता से रहने के साथ छुट्टियों के भुगतान करने के लिए किया. फिलहाल महिला को गिरफ्तार कर लिया गया और कोर्ट ने उसे 12 साल की सजा सुनाई है.

41 साल की लोरी एन विलानुएवा टैलेंस ने घर पर डिज़ाइन किए गए और प्रिंट किए गए हजारों कूपन को 2,000 से अधिक ग्राहकों के नेटवर्क पर भेज दिया, जिसे उन्होंने 'मास्टरशेफ' नाम से फेसबुक और टेलीग्राम जैसी सोशल मीडिया साइटों पर जमा किया था. इसके साथ ही 1 मिलियन डॉलर के कूपन लोरी के घर में मिले.
दरअसल, कई कंपनियों कूपन जारी करती हैं, जिनसे खरीददारी करने पर लोगों को रियायत में सामान मिलते हैं. लोरी एन विलानुएवा टैलेंस ने इन्हीं कूपन का नकली कूपन तैयार किया और 2000 से अधिक लोगों को बेच दिया. इनसे उसे बड़ी कमाई हुई. बाद में जब यह कूपन कंपनियों के पास पहुंचे तो दुकानदारों को पता चला कि ये नकली हैं.
एफबीआई ने कहा कि वह 'लगभग किसी भी किराना या दवा की दुकान के उत्पाद के लिए एक कूपन बनाने में सक्षम थी, और वह जो भी मूल्य चाहती थी, उसे बनाने में सक्षम थी'. उदाहरण के लिए 'उसके पास $25 के डायपर के डिब्बे पर $24.99 के कूपन थे यानि उसे डायपर फ्री में मिल गए.'
इस मामले की जांच कर रहे अधिकारी जेसन थॉमसन ने बताया कि 'उसके हर जैकेट की जेब में कूपन थे'. बताया जा रहा है कि लोरी ने प्रॉक्टर एंड गैंबल, कोका-कोला और जिप्लोक सहित लगभग 100 कंपनियों को 'नकली कूपन' के जरिए चूना लगाया. सबसे अधिक चपत पेपर उत्पाद कंपनी किम्बर्ली-क्लार्क को लगी है.
FBI को लोरी एन विलानुएवा टैलेंस के कंप्यूटर पर 13,000 से अधिक विभिन्न उत्पादों के लिए कूपन बनाने के लिए डिज़ाइन भी मिले. अधिकारियों के मुताबिक, इन नकली कूपन के जरिए 31.8 मिलियन डॉलर (240 करोड़ से अधिक) के फ्रॉड के लिए जिम्मेदार थी.
Tags:    

Similar News

-->