कोरोना के कहर से भारत की आबादी बर्बादी की हालत में, अब इन देशों ने बढ़ाए मदद के हाथ

एयर इंडिया का एक विमान न्यूयार्क एयरपोर्ट से 318 ऑक्सीजन concentrators लेकर दिल्ली के लिए रवाना हो चुका है

Update: 2021-04-26 15:15 GMT

एयर इंडिया (Air India) का एक विमान न्यूयार्क एयरपोर्ट से 318 ऑक्सीजन concentrators लेकर दिल्ली (Delhi) के लिए रवाना हो चुका है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (US President Joe Biden) ने अपने ट्विटर पर जारी बयान में कहा है कि पिछले साल भारत ने अमेरिका की मदद की थी, अब हमारी बारी है भारत को सहायता देने की. इससे पहले दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की टेलीफोन पर बात हुई.

NSA अजीत डोवाल के साथ बातचीत में अमेरिकी NSA ने कहा कि अमेरिका इस संकट में भारत का साथ देगा. दोनों NSA की बातचीत की सबसे बड़ी उपलब्धि ये रही कि अमेरिकी प्रशासन ने भारत में वैक्सीन बनाने के लिए जरूरी रॉ मैटेरियल देने को राजी हो गया, जिस पर अमेरिका ने बैन लगा रखा था.
दोनों देशों के NSA की बातचीत ने खोली राह
पिछले दो दिनों से लगातार अमेरिका के अलग-अलग तबके से ये मांग उठ रही थी कि अमेरिका को भारत की मदद करनी चाहिए. अमेरिका के कई सांसदों और बड़ी हस्तियों ने भी इसके लिए अपील की थी. अमेरिका में भारत के राजदूत भी लागातार बाइडेन प्रशासन से बात कर रहे थे. दोनों देशों के NSA के बीच हुई बातचीत ने अमेरिकी मदद के दरवाजे खोल दिए.
अमेरिका के अलावा दुनियाभर से भी भारत को मदद मिलनी शुरू हो गई है. सबसे पहले सिंगापुर से इंडियन एयरफोर्स के खास हेलीकॉप्टर से 4 क्रायोजेनिक टैंकर समेत 250 ऑक्सीजन concentrators लाए गए. संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्री ने भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर से बात की और ऑक्सीजन के 7 खाली टैंकर भारत भेजे. भारत के साथ खड़े होने के संदेश के रूप में दुबई के बुर्ज खलीफा को तिरंगे में दिखाया गया.
भारत की मदद के लिए आगे आए देश
ब्रिटेन ने ऑक्सीजन concentrators समेट 600 मेडिकल उपकरण भेजने की घोषणा की, जिसमें 120 वैंटिलेटर भी शामिल हैं. हांग कांग से 800 ऑक्सीजन concentrators मंगाए गए हैं. सऊदी अरब ने 80 मीट्रिक टन ऑक्सीजन भेजा. रूस ने रेमदेसिविर और दूसरी मदद देने की बात कही है. जर्मनी से 23 मोबाइल ऑक्सीजन प्लांट लाए जा रहे हैं.
फ्रांस, यूरोपियन यूनियन, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया ने भी मदद के हाथ बढ़ाए हैं. पीएम मोदी से सोमवार को जापान के पीएम ने बात की और संकट की इस घड़ी में भारत को हरसंभव मदद का भरोसा दिया. गूगल और माइक्रोसॉफ्ट के प्रमुख भारतीय मूल के सुंदर पिचाई और सत्या नडेला ने भी भारत को मदद देने का ऐलान किया है.
लगातार संपर्क साध रही भारत सरकार
भारत सरकार लगातार दुनिया भर के देशों के साथ संपर्क बनाए हुए है. NSA अजीत डोवाल ने जहां अमेरिकी मदद शुरू करवाने में पहल की, वहीं विदेश मंत्री और प्रधानमंत्री भी अलग-अलग देशों के नेताओं के साथ बातचीत कर रहे हैं. विदेश नीति के जानकारों के मुताबिक पिछले एक साल में जिस तरह भारत ने हैड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन से लेकर वैक्सीन मैत्री कार्यक्रम के तहत करीब 100 देशों को वैक्सीन पहुंचाई है, उसी का परिणाम है कि आज दुनिया भी इस आपदा में भारत के साथ खड़ी है.
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