हवा या षड्यंत्र... रातोंरात बर्बाद हो गया चिकन ट्री, कभी था गांव की पहचान

रातोंरात बर्बाद हो गया चिकन ट्री

Update: 2022-02-05 15:30 GMT
कई जगहों की पहचान किसी ख़ास चीज से की जाती है. जैसे अगर हम आगरा का नाम लें, तो लोगों के जेहन में ताज महल आ जाता है. उसी तरह इंग्लैंड के एक छोटे से कसबे व्रोगहटों की पहचान उसका चिकन ट्री (Chicken Tree) था. ये पेड़ कहां से आया, किसने इसे लगाया इसकी किसी को जानकारी नहीं है. लेकिन ये पेड़ इस जगह की पहचान बन गया था. पेड़ का आकार किसी मुर्गे जैसा था. लेकिन 20 साल इस जगह की पहचान रहने के बाद अब अचानक ही ये बर्बाद हो गया है. लोगों का कहना है कि किसी ने जलन में इस पेड़ को बर्बाद कर दिया है. लेकिन एक्सपर्ट्स का कुछ और ही कहना है.
इस गांव के लिए उसका चिकन ट्री काफी प्यारा था. इसका शेप मुर्गी जैसा था. ये इस गांव की पहचान बीते बीस सालों से बना हुआ था. लेकिन अब ये पेड़ बर्बाद हो गया है. गांव वालों का कहना है कि आसपास के कई गांव वाले इस पेड़ से जलते थे. इस वजह से किसी ने जानते हुए इसे बर्बाद कर दिया. लेकिन एक्सपर्ट्स का कहना है कि पेड़ की हालत हवा की वजह से खराब हुई. अब पेड़ का शेप बदल गया है. देखने में अब ये मुर्गी जैसा नजर नहीं आता.
बर्बाद होने से पहले इस एंजेल ऑफ़ नार्थ के नाम से जाना जाता था. रेसिडेंट्स के मुताबिक़, हो सकता है कि इसे एक लोकल ठेकेदार ने खराब किया हो. ये ठेकेदार पेड़ को काटकर सड़क निर्णाण करवाना चाह्हता था. लेकिन ये पेड़ लोगों को इतना प्यारा था कि किसी ने उसे इसकी इजाजत नहीं दी. ऐसे में हो सकता है कि उसी ने जानते हुए इस पेड़ को बर्बाद कर दिया. अब इस पेड़ की हालत देख लोगों का दिल बेहद दुखी है.
लोगों का कहना है कि उनके लिए ये सिर्फ एक पेड़ नहीं था. ये उनका दोस्त उनका घर और उनकी पहचान था. गांव वालों को ऐसा लगता था कि ये पेड़ गांव में एंट्री लेते वक्त हंसकर उनका स्वागत करता था. लेकिन अब खराब हो जाने के बाद उन्हें इसकी कमी खल रही है. इस चिकन ट्री की तस्वीरें जब शेयर की गई, तो वाकई इसे देखकर मुर्गी का अहसास हुआ. लोकल्स को इस बात की जानकारी नहीं है कि ये पेड़ किसने लगाया था लेकिन अब जब ये बर्बाद हो गया है तो इसकी जांच शुरू कर दी गई है.
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