इस्लामाबाद: सभी की निगाहें पाकिस्तान की नेशनल असेंबली पर टिकी हैं. यहां सोमवार को असेंबली सेशन शुरू हो गया. इस सत्र में इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होनी है. इससे पहले इमरान सरकार में गृह मंत्री शेख राशिद अहमद ने रविवार को कहा कि अगर सोमवार को स्पीकर असद कैसर अविश्वास प्रस्ताव को पेश करने की अनुमति देते हैं, तो इस पर 4 अप्रैल को वोटिंग होगी. हालांकि, इससे पहले इमरान खान को बड़ा झटका लगा है. दरअसल, इमरान सरकार में सहयोगी पार्टियों ने उनका साथ देना छोड़ दिया है. ये पार्टियां एक एक कर विपक्ष के साथ खड़ी होती नजर आ रही हैं.
बताया जा रहा है कि इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ के करीब 24 सांसद बागी हैं. इमरान खान इन्हें लगातार मनाने की कोशिश में जुटे हैं. लेकिन इसी बीच उनकी मुसीबत और बढ़ गई है. दरअसल, सरकार में सहयोगी पार्टियों MQMP, PMLQ और जम्हूरी वतन पार्टियों ने बगावती तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं. इससे पहले विपक्षी पार्टियां भी दावा कर चुकी हैं कि फ्लोर टेस्ट में इमरान सरकार का समर्थन करने वाली पार्टियां भी विपक्ष के साथ आ जाएंगी.
उधर, जमूरी वतन पार्टी के नेता शाहजैन बुगती ने इमरान खान को बड़ा झटका दिया. बुगती ने इमरान कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया. वे बलूचिस्तान में शांति और सुलह पर प्रधानमंत्री के विशेष सहायक के तौर पर सेवाएं दे रहे थे.
शाहजैन बुगती ने पीपीपी चीफ बिलावल भुट्टो के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने इस्तीफे का ऐलान किया. बुगती ने कहा, इमरान खान के नेतृत्व में बलूचिस्तान में विकास नहीं हुआ. सरकार ने हमें आशा दी थी कि चीजें अच्छी होंगी, लेकिन कुछ नहीं बदला. हम पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट के साथ खड़े हैं और जो कर सकते हैं करेंगे.
मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट आंदोलन इमरान खान की पार्टी के साथ सरकार में है. लेकिन MQM विपक्षी दलों के साथ भी लगातार बैठक कर रहा है. खासकर पीपीपी पार्टी के साथ बैठक के बाद भी MQM ने अपने पत्ते पूरी तरह से नहीं खोले हैं. हालांकि, पार्टी को ये भी पता है कि उसके कार्यकर्ता और समर्थक इमरान खान की पार्टी के साथ गठबंधन के बारे में क्यों सोचते हैं. हालांकि, पार्टी के लिए फैसला कठिन माना जा रहा है.
वहीं, पार्टी सूत्रों की मानें तो MQM फ्लोर टेस्ट के दौरान वॉकआउट कर सकती है. MQM अविश्वास प्रस्ताव के दौरान न ही इमरान खान के समर्थन के बार में विचार कर रही है और न ही विपक्ष का साथ देना चाहती है. MQM के जो नेता अविश्वास मत से दूर रहने के पक्ष में हैं, उनका मानना है कि पार्टी गठबंधन सरकार से बाहर आ जाए और विपक्ष के साथ अगले चुनाव पर ध्यान केंद्रित करे.
PML-Q लगातार इमरान खान सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है. इमरान सरकार में मंत्री तारिक बसीर ने कहा, हम साढ़े तीन साल से सरकार में समस्याएं झेल रहे हैं. हमने अपनी समस्याओं के बारे में पीटीआई के नेताओं को भी बताया है. इतना ही नहीं PML-Q ने कहा, हमने बुरे वक्त पर सरकार का हमेशा समर्थन किया है. लेकिन सरकार की ओर से कभी अच्छा रिस्पॉन्स नहीं मिला. इतना ही नहीं हमें कभी भरोसे में भी नहीं लिया गया.
माना जा रहा है कि इमरान खान सरकार में सहयोगी PML-Q भी फ्लोर टेस्ट में विपक्ष का साथ दे सकती है. यही वजह है कि इमरान खान सरकार ने PML-Q को मनाने का आखिरी दांव चला है. विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के नेतृत्व वाले दल ने कहा है कि पंजाब के मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार को एक या दो दिन में इस्तीफा देने के लिए कहा जाएगा, और उनकी जगह चौधरी परवेज इलाही पीटीआई सरकार की पहली पसंद है.
PML-Q नेता ने दावा किया है कि पंजाब की असेंबली को भंग किया नहीं जाएगा, लेकिन सदन के नेता को बदला जा सकता है. PML-Q नेता और इमरान खान में मंत्री तारिक बसीर चीमा ने कहा, सरकारी दल चौधरी परवेज इलाही को फ्लोर टेस्ट से पहले सीएम उम्मीदवार घोषित किया जाएगा.
पाकिस्तान में कुल सांसद-342, बहुमत के लिए जरूरी - 172
तहरीक ए इंसाफ 155
MQMP 7
PML-Q 5
ग्रैंड डेमोक्रेटिक अलायंस 3
विपक्ष ने किया ये बड़ा दावा
पाकिस्तान में विपक्षी दल इमरान खान सरकार में सहयोगी पार्टियों पर लगातार दबाव बढ़ा रहे हैं. विपक्षी नेता लगातार इन पार्टी के नेताओं से मुलाकात भी कर रहे हैं. हाल ही में पाकिस्तान में विपक्षी पार्टी PMLN चीफ शहबाज शरीफ और PPP प्रमुख बिलावल भुट्टो जरदारी ने दावा किया था कि इमरान सरकार में सहयोगी पार्टियों ने भी अब गठबंधन सरकार का साथ छोड़ दिया है.
पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने भी दावा किया था कि अब गठबंधन सरकार में शामिल पार्टियों का साथ इमरान खान को नहीं मिल रहा है. मौलाना फजलुर रहमान ने MQMP पार्टी नेताओं से मुलाकात के बाद यह दावा किया था. उन्होंने कहा था कि 2-3 दिन में MQMP विपक्ष के समर्थन का ऐलान करेगी.