WHO ने दी चेतावनी: कोरोना के मामले बढ़ने की भी जताई संभावना, चार और देशों पर खतरा
रूस और यूक्रेन के बीच पिछले दो महीने से लगातार तनाव जारी है। अब तक अमेरिका से लेकर यूरोप और यूएन भी इन दोनों देशों के बीच युद्ध को लेकर चेतावनी जारी कर चुके हैं।
रूस और यूक्रेन के बीच पिछले दो महीने से लगातार तनाव जारी है। अब तक अमेरिका से लेकर यूरोप और यूएन भी इन दोनों देशों के बीच युद्ध को लेकर चेतावनी जारी कर चुके हैं। अब विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी दोनों देशों के लिए अलर्ट जारी किया है। हालांकि, यह चेतावनी किसी तरह के तनाव को लेकर नहीं, बल्कि कोरोनावायरस को लेकर जारी की गई है।
डब्ल्यूएचओ के यूरोप कार्यालय ने मंगलवार को बताया कि स्वास्थ्य अधिकारी रूस और यूक्रेन समेत पूर्वी यूरोप के छह देशों पर खास ध्यान दे रहे हैं, क्योंकि पिछले दो हफ्तों से वहां कोरोना के नये मामले दोगुने हो गए हैं। डॉक्टर हांस क्लूगे ने बताया कि मध्य एशिया के पूर्व सोवियत संघ तक फैले पूर्वी यूरोप के इस क्षेत्र में 53 देश आते हैं।
इन देशों में अभी तक 16.5 करोड़ से ज्यादा लोगों के कोरोनावायरस से संक्रमित होने और 18 लाख लोगों की मौत कोविड से होने की पुष्टि हुई है। इनमें से 25,000 लोगों की मौत पिछले सप्ताह में हुई है। रूस में प्रेस से बातचीत में कोरोनावायरस के ओमिक्रॉन स्वरूप के मामलों में आई तेजी पर क्लूगे ने कहा, ''आज हमारा ध्यान यूरोपीय क्षेत्र के पूर्वी हिस्से पर है।''
उन्होंने कहा, ''पिछले दो हफ्ते में इस क्षेत्र के छह देशों (आर्मेनिया, अजरबैजान, बेलारूस, जॉर्जिया, द रशियन फेडरेशन और यूक्रेन) में कोविड-19 के मामले दोगुने से ज्यादा हो गए हैं।'' उन्होंने कहा, ''जैसा कि अंदेशा था, ओमिक्रॉन पूर्व की ओर बढ़ रहा है। अब तक पूर्वी यूरोप के 10 देशों में इस स्वरूप के मामले मिले हैं।''
हालांकि, ओमिक्रॉन कोरोना के पिछले स्वरूपों के मुकाबले कुछ कम खतरनाक है और दुनिया भर के देशों की स्वास्थ्य सेवाएं इसे लेकर दबाव में नहीं हैं। क्लूगे ने टीकाकरण की दर को बेहतर बनाने पर जोर दिया। हालांकि, पूर्वी यूरोप में स्थिति बेहद खराब है।