WHO: पब्लिश स्टडी में स्तनपान कराने वाली महिलाओं का किया विश्लेषण, टीका लगने के बाद दूध पिलाएं या नहीं

सेन फ्रांसिस्को (USCF) के शोधकर्ताओं ने फाइजर और मॉडर्ना के MRNA आधारित टीके लेने के बाद सात महिलाओं के दूध का विश्लेषण किया और इसमें टीके की खुराक का कोई अंश नहीं मिला

Update: 2021-07-20 14:57 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | लॉस एंजिलिस: छोटे स्तर पर की गई एक स्टडी में कहा गया है कि मां के दूध में Covid-19 टीकों के अंश नहीं मिले हैं. इससे संकेत मिलता है कि MRNA आधारित टीके स्तनपान कराने वाली महिलाओं और उनके बच्चों के लिए सुरक्षित हैं. फाइजर (pfizer) और मॉडर्ना (Moderna Vaccine) की खुराक ले चुकी महिलाओं पर यह स्टडी की गई.

टीका लगने के बाद दूध पिलाएं या नहीं: शोध पत्रिका 'जेएएमए पीडीऐट्रिक्स' में पब्लिश स्टडी में स्तनपान कराने वाली महिलाओं के आंकड़ों का विश्लेषण किया गया और टीका लेने के बाद बच्चों को दूध पिलाना रोकने संबंधी चिंताओं को दूर किया गया. अमेरिका में यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, सेन फ्रांसिस्को (USCF) के शोधकर्ताओं ने फाइजर और मॉडर्ना के MRNA आधारित टीके लेने के बाद सात महिलाओं के दूध का विश्लेषण किया और इसमें टीके की खुराक का कोई अंश नहीं मिला.
WHO ने दी ये सलाह :शोधकर्ताओं ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने स्तनपान कराने वाली महिलाओं का टीकाकरण कराए जाने की सिफारिश की है. 'एकेडमी ऑफ ब्रेस्टफीडिंग मेडिसीन' के मुताबिक स्तन के दूध में टीके के अंश पहुंचने की संभावना बहुत कम है. यूसीएसएफ के एक असिस्टेंट प्रोफेसर ने कहा, 'यह परिणाम मौजूदा सिफारिशों को मजबूती देता है कि एमआरएनए आधारित टीके स्तनपान कराने वाली महिलाओं और उनके बच्चों के लिए सुरक्षित हैं और महिलाओं को अपने बच्चों को स्तनपान कराना बंद नहीं करना चाहिए.' यह स्टडी दिसंबर 2020 से फरवरी 2021 के बीच की गई.


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