अगर धरती से कोई क्षुद्रग्रह टकरा जाए तो क्या होगा? नासा ने बताई ये बात
कुछ दिन पहले कनाडा में अजीब घटना घटी थी
Asteroid News Update: कुछ दिन पहले कनाडा में अजीब घटना घटी थी. इस घटना की पूरी दुनिया में चर्चा हुई. दरअसल, वहां एक मकान पर एक छोटा एस्टेरॉयड गिर गया. इस घटना में घर में रह रही एक महिला बाल-बाल बच गईं. यह एस्टेरॉयड छत में सुराख कर महिला के बिस्तर के करीब गिरा. वह तो महिला सौभाग्याशाली थी कि यह क्षुद्रग्रह उसके सिर पर नहीं गिरा. इसी घटना ने दुनिया में बहस छेड़ दी है कि आखिर अगर कोई बड़ा एस्टेरॉयड गिर जाए तो क्या होगा?
नासा का जवाब
दुनिया भर में इस सवाल के जवाब को लेकर लोगों में उत्सुकता को देखते हुए नासा ने अपनी विशेषज्ञ डॉ केली फास्ट से इस बारे में जवाब देने को कहा. उन्होंने बताया कि हमारे लिए सबसे जरूरी यह है कि क्षुद्रग्रहों द्वारा धरती को खोजने यानी उनके धरती के संपर्क में आने से पहले हमें उनके बारे में पता लगाना होगा. यानी हमें धरती से क्षुद्रग्रहों के टकराने से पहले उनको खोजना होगा.
केली फास्ट के इस जवाब को नासा ने इंस्टाग्राम पर शेयर किया है. इंस्टाग्राम पोस्ट में नासा ने कहा है कि उसका प्लानेट्री डिफेंस कोऑर्डिनेशन ऑफिस (Planetary Defense Coordination Office) आसमान पर अपनी नजर गड़ाए रखता है. इसका मकसद यह है कि किसी भी क्षुद्रग्रह के धरती की ओर बढ़ने से पहले उसका लगा लिया जाए.
कौन खोजना है एस्टोरॉयड
केली फास्ट एक ध्रुवीय रक्षा विशेषज्ञ हैं. उनका कहना है कि एक एस्टोरॉयड का असर केवल एक प्राकृति आपदा है, जिसे रोका जा सकता है. उन्होंने बताया कि नासा का प्लानेट्री डिफेंस कोऑर्डिनेशन ऑफिस उन परियोजनाओं को सपोर्ट करता है जो एस्टोरॉयड की खोज और उनके कक्ष की गणना करते हैं. इसी से हमें हजारों साल आगे तक किसी एस्टोरॉयड की स्थिति क्या होगी, इसकी जानकारी मिलती है.
केली फास्ट कहती हैं कि अगर किसी एस्टोरॉयड के खतरे के बारे में सालों या दशकों पहले पता चल जाए तो उस एस्टोरॉयड का मार्ग परिवर्तित करने के लिए मिशन शुरू करना संभव है.
धरती की ओर आते रहते हैं क्षुद्रग्रह
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में एस्टोरॉयड के गिरने की यह घटना अपने तरह की पहली घटना नहीं है. छोटे बड़े क्षुद्रग्रह हमेशा धरती की ओर बढ़ते रहते हैं. कई बार ऐसा होता है कि कोई ठीक-ठाक बड़ा क्षुद्रग्रह धरती के वायुमंडल में प्रवेश कर जाता है और सतह पर गिर जाता है. कई बार यह लोगों के हाथ लग जाता है. कई बार तो इस पर सरकार की नजर पड़ जाती है और उसे संग्रहालयों में ले जाया जाता है.
मीटीऑराइड (meteorites) और एस्टोरॉयड (asteroids)
सामान्य तौर पर मीटीऑराइड (meteorites), एस्टोरॉयड (asteroids) काफी छोटे होते हैं. मीटीऑराइड को हिंदी में इन्हें उल्का पिंड कहा जाता है. वहीं asteroids काफी बड़े होते हैं और वे भी अन्य ग्रहों की तरह सूर्य का चक्कर काटते हैं.