क्या हुआ था बिगबैंग के फौरन बाद पदार्थ का? अर्थ पर हुए अनोखे शोध से पता चली ये बात
अर्थ पर हुए अनोखे शोध
ब्रह्माण्ड (Universe) की शुरुआत कैसे हुई इस बारे में हमारे वैज्ञानिक शुरू से खोजबीन कर रहे हैं. कहा जाता है कि शुरुआत बिग बैंग (Big Bang) नाम के विस्फोट से हुई जिसके बाद ब्रह्माण्ड अस्तित्व में आया. यह ब्रह्माण्ड पहले इतना बड़ा नहीं था जितना कि अब है. यह पहले बहुत ही गर्म और घन हुआ करता था. लेकिन यह शुरु से ही फैलता जा रहा है. एक प्रयोग के आंकड़ों का अध्ययन कर वैज्ञानिकों ने बिगबैंग के शुरुआती पदार्थ (Initial matter of Universe) को बना कर पता लगाया कि उस समय उसका क्या हुआ था.
13.8 अरब साल पहले हुई थी घटना
लेकिन इस पूरी प्रक्रिया या घटनाक्रम के बारे में हम काफी कम जानते हैं. वैज्ञानिक यह जानने के प्रयास कर रहे हैं कि पिछले 13.8 अरब साल पहले जो ब्रह्माण्ड फैल रहा है उसका गर्म और घना पदार्थ ठंडा कैसे हुआ. वैज्ञानिक पिछले 20 सालों से यह समझने का प्रयास कर रहे हैं कि वास्तव में बिग बैंक की घटना के बाद के तुरंत बाद क्या हुआ था, यानि उस घटना के बाद के पहले माइक्रोसेकेंड में क्या हुआ था.
प्रयोग में बनाया वह पदार्थअब जाकर वैज्ञानिकों ने उन सवालों के जवाब हासिल करने में सफलता पाई है. वे यह जान सके हैं कि वह गर्म घना पदार्थ कैसे था और कैसे वह विभिन्न रूपों में बदला. वैज्ञानिकों ने लार्ज हैड्रोन कोलाइडर एट यूरोपियन ऑर्गोनाइजेशन एट न्यूक्लियर रिसर्च (CERN) में किए गए प्रयोग के आंकड़ों के आधार पर अध्ययन में उन्होंने एक बहुत ही गर्म और घना पदार्थ बनाया जो ब्रह्माण्ड के शुरुआती दौर में मौजूद था.
कैसा था यह पदार्थ
फिजिकल लैटर्स बी में प्रकाशित कोपेनहेगन यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि इस प्रयोग से मिले आंकड़े यह निष्कर्ष निकालने के लिए काफी थे कि शुरुआती पदार्थ तरल रूप में था. इसमें अलग से पहचाना जा सका क्योंकि यह समय के साथ लगातार अपना आकार बदल रहा था.
दो कणों से बना था ये
ब्रह्माण्ड की शुरुआत में मौजूद रहने वाला ये गर्म और घना पादर्थ क्वार्क्स और ग्लूऑन से बना था जिसे क्वार्क ग्लूऑन प्लाज्मा (QGP) भी कहते हैं. क्वार्क मूल कण होते हैं जो मिलकर प्रोटोन और न्यूट्रॉन का निर्माणक करते हैं. ग्लूऑन चिपकाने वाले पदार्थ की तरह होते हैं जो क्वार्क को एक साथ रखते हैं.
क्वार्क ग्लऑन प्लाज्मा
यूनिवर्सिटी के नील बोर इंस्टीट्यूट के एसोसिएट प्रोफेसर यू झोऊ ने बताया कि उनकी टीन ने इस क्वार्क ग्लऑन प्लाज्मा का अध्ययन किया जो उस समय बिग बैंग के फौरन बाद पहले माइक्रो सेकेंड के समय का एकमात्र पदार्थ था. शोधकर्ताओं के नतीजों से पता चला कि ब्र्ह्माण्ड के शुरुआती दौर में कैसे प्लाज्मा विकसित हुआ.
इनसे बने परमाणु के मूल कण
पहले क्वार्क और ग्लूऑन वाला प्लाज्मा ब्रह्माण्ड के गर्म विस्तार के कारण अलग हुआ. उसके बाद क्वार्क के हिस्से फिर जुड़े और हाड्रोन बने. तीन क्वार्क वाले हाड्रोन से एक प्रोटोन बनता है जो परमाणु केंद्रों का अहम हिस्सा होता है. ये केंद्र ब्रह्माण्ड के लगभग सभी पदार्थ का मूल हिस्सा बने जिसमें हम इंसान और उसके आसापास की पूरी दुनिया तक शामिल हैं.
क्वार्क ग्लूऑन प्लाज्मा बिग बैंग के तुरंत बाद एक लाखवें हिस्से तक ही मौजूद रहा जिसके बाद वह विस्तार के कारण टिक नहीं सका. सर्न के वैज्ञानिकों ने इतिहास का यह पहला पदार्थ फिर से बना लिया और यह जानने में सफलता पाई की उस समय क्या हुआ था.