WAR BREAKING: युद्ध के बीच रूस के खिलाफ इंटरनेशनल कोर्ट में सुनवाई शुरू, युद्ध रुकवाने उतरा चीन
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने बताया पीएम मोदी से क्या हुई बात?
नई दिल्ली: इंटरनेशनल कोर्ट में रूस के खिलाफ सुनवाई शुरू हो गई है. यूक्रेन ने रूस के खिलाफ इंटरनेशनल कोर्ट में अर्जी दी थी. इस मामले की सुनवाई हेग में हो रही है. यूक्रेन ने कहा है कि रूस उसके देश में सैन्य कार्रवाई को तुरंत रोके. अदालत यूक्रेन की इस अर्जी पर विचार कर रही है.
'यूक्रेनी लोगों के समर्थन के लिए भारत का आभारी हूं'
जेलेंस्की ने ट्वीट कर कहा, "रूसी आक्रमण के मुकाबला के बारे में भारतीय प्रधानमंत्री मोदी को सूचित किया। युद्ध के दौरान यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों की सहायता और उच्चतम स्तर पर शांतिपूर्ण वार्ता के लिए यूक्रेन की प्रतिबद्धता की भारत ने सराहना की है। यूक्रेन के लोगों के समर्थन के लिए भारत का आभारी हूं।"
बीजिंग ने दिया ये बड़ा बयान
यूक्रेन में रूसी सेना के हमलों के बाद चीन ने बड़ा बयान दिया है. चीन ने कहा कि वह रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता को बढ़ावा देने में रचनात्मक भूमिका जारी रखेंगे. चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम जरूरत पड़ने पर मध्यस्थता करने को तैयार है. वहीं विदेश मंत्री ने चीन-रूस संबंधों पर कहा कि चीन और रूस की दोस्ती चट्टान की तरह पक्की है.
बता दें कि चीन का ये बयान ऐसे समय पर आया है जब रूसी सेना ने यूक्रेन के पड़ोसी देशों को चेतावनी दी है कि यदि यूक्रेन के लड़ाकू विमानों ने उनके क्षेत्र से हमले किये, तो मास्को इसे उस देश का युद्ध में शामिल होना मानेगा. रूसी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इगोर कोनाशेनकोव ने रविवार को आरोप लगाया कि यूक्रेन के कुछ लड़ाकू विमानों को रोमानिया और यूक्रेन के अन्य पड़ोसी देशों में तैनात किया गया है. हालांकि उन्होंने उन देशों का नाम नहीं बताया.