इराक में भारी विरोध के बीच संपन्न हुआ चुनाव के लिए मतदान, युवाओं ने किया बहिष्कार
मैं नहीं चाहता कि वही पुराने चेहरे और वही पार्टियां वापस आएं.’
बगदाद: इराक में रविवार शाम संसदीय चुनावों के लिए मतदान पूरा हो गया. इराक में यह चुनाव तय समय से कुछ महीने पहले हुए हैं जबकि देश में कई युवा कार्यकताओं ने चुनाव का बहिष्कार किया था. यह युवा 2 साल पहले देश में भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन की समाप्ति की मांग को लेकर सड़कों पर भी उतरे थे.
भारी विरोध के बीच संपन्न हुआ चुनाव
दरअसल यह चुनाव अगले साल होने वाला था, लेकिन विरोध-प्रदर्शनों के चलते यह तय समय से पहले करा लिया गया है. वर्ष 2019 के अंत में भ्रष्टाचार, खराब सेवा और बढ़ती बेरोजगारी के विरोध में हजारों की तादाद में लोग राजधानी बगदाद और दक्षिणी प्रांतों में सड़कों पर उतरे थे. कुछ महीने चले प्रदर्शन के दौरान 600 से ज्यादा लोगों की मौत भी हुई थी और हजारों लोग घायल हुए थे. हालांकि तय समय से पहले हुए चुनाव में बेहद कम प्रतिशत मतदान हुआ है. क्योंकि हजारों की तादाद में लोगों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया जिन्हें रोकने के लिए सुरक्षा बलों ने गोलियां चलाईं और आंसू गैस के गोले छोड़े.
युवाओं ने किया बहिष्कार
भारी विरोध के चलते अधिकारियों ने जल्द चुनाव कराने की बात की लेकिन प्रदर्शन के दौरान लोगों की मौत होने और दमनकारी कार्रवाई को लेकर उन युवा कार्यकर्ताओं ने चुनाव के बहिष्कार का आह्वान किया जिन्होंने इन प्रदर्शनों में हिस्सा लिया था. हालांकि इराक के चुनाव का अवलोकन कर रही एक स्वतंत्र संस्था के अनुसार अगले 48 घंटे में चुनाव परिणाम आने का अनुमान है. सरकार के गठन के साथ प्रधानमंत्री को चुनने के लिए बातचीत महीनों तक चलने की उम्मीद है. मतदान रविवार सुबह शुरू हुआ था.
गुस्से में भी लोगों ने किया मतदान
अपहरण और श्रृंखलाबद्ध हत्याओं में 35 से अधिक लोगों के मारे जाने के चलते कई लोग चुनाव में हिस्सा लेने से हतोत्साहित हुए. कार डीलर आमिर फदेल ने बगदाद के कर्रदाह जिले में अपना वोट डालने के बाद कहा, 'मैंने वोट दिया क्योंकि बदलाव की जरूरत है. मैं नहीं चाहता कि वही पुराने चेहरे और वही पार्टियां वापस आएं.'