जंग लंबी खिंचने से परेशान हो गए हैं व्लादिमीर पुतिन, CIA चीफ ने कही बड़ी बात
यदि ये खबरें सही साबित होती हैं, तो फिर दुनिया को एक और विश्व युद्ध का सामना करना होगा.
रूस और यूक्रेन के बीच जंग खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. पिछले 50 दिनों से दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने हैं, लेकिन अब तक इसका कोई परिणाम नहीं निकल पाया है. इस बीच, अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA ने रूस द्वारा परमाणु हमले (Nuclear Weapon) की आशंका जताई है.
जंग में Russia को लगे कई झटके
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, सीआईए के निदेशक विलियम बर्न्स (CIA Director William J. Burns) ने आशंका जताई है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) यूक्रेन के खिलाफ हल्के परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर सकते हैं. बर्न्स ने कहा, 'रूसी सेना को यूक्रेन में कई तरह के सेटबैक मिले हैं. इससे पुतिन और रूसी नेतृत्व में गहरी निराशा है. इस हालात में रूस यूक्रेन पर टैक्टिकल या हल्के न्यूक्लियर वेपन्स इस्तेमाल कर सकता है और यह अच्छे संकेत नहीं हैं'.
क्या होते हैं टैक्टिकल वेपन्स?
टैक्टिकल वेपन्स को 'बैटलफील्ड न्यूक्स' भी कहा जाता है. ये अपेक्षाकृत छोटे होते हैं, जिन्हें मोर्टार से लॉन्च किया जा सकता है या फिर माइन ब्लास्ट की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है. वहीं, लो-यील्ड या हल्के परमाणु हथियारों को छोटा विस्फोट करने के लिए तैयार किया जाता है, जो कभी-कभी पारंपरिक और परमाणु हथियारों के बीच के अंतर को धुंधला कर देते हैं.
कमजोर पड़ रही रूसी सेना
बर्न्स ने आगे कहा कि मौजूदा हालातों पर हम सभी चिंतित हैं. युद्ध में जिस तरह से रूसी सेना कमजोर पड़ती जा रही है, उससे परमाणु हथियारों को लेकर खतरा भी बढ़ता जा रहा है. उन्होंने कहा कि अमेरिकी खुफिया एजेंसियों की वजह से रूस के लिए यूक्रेन में अपने अत्याचारों को छिपाना मुश्किल हो गया है. उसका क्रूर चेहरा पूरी दुनिया के सामने आ चुका है. लंबी खिंचती जंग से व्लादिमीर पुतिन परेशान हो गए हैं और इसी परेशानी में वो कोई बड़ा कदम उठा सकते हैं.
रूस में US राजदूत रहे हैं बर्न्स
सीआईए के निदेशक विलियम बर्न्स ने रूस में अमेरिकी राजदूत के रूप में भी कार्य किया और वह उस टीम के सदस्य भी हैं, जो विभिन्न मुद्दों पर व्लादिमीर पुतिन से बातचीत करती रही है. बता दें कि इससे पहले भी यह बातें सामने आ चुकी हैं कि जंग लंबी खिंचने की झुंझलाहट में पुतिन परमाणु हमला कर सकते हैं. यदि ये खबरें सही साबित होती हैं, तो फिर दुनिया को एक और विश्व युद्ध का सामना करना होगा.