अफ्रीकी देश मोजाम्बिक में जारी हिंसा, दर्जनों बच्चों को किया अगवा, ज्यादातर लड़कियां शामिल

मार्च के बाद से यहां दर्जनों लोगों को मारा जा चुका है और 67 हजार को अपने घर छोड़कर जाने को मजबूर होना पड़ा है.

Update: 2021-06-10 07:01 GMT

अफ्रीका के ज्यादातर देशों में जारी हिंसा का सबसे ज्यादा खामियाजा महिलाएं और बच्चे भुगत रहे हैं. अब पूर्वी अफ्रीकी देश मोजाम्बिक (Mozambique) से खबर आई है कि यहां दर्जनों बच्चों का अपहरण किया गया है (Children Situation in Mozambique). ये घटना बीते साल की है. इस बात की जानकारी इंटरनेशनल एनजीओ 'सेव द चिल्ड्रन' ने दी है. एनजीओ ने अपनी रिपोर्ट में बुधवार को कहा कि काबो डेलगाडो प्रांत में 'विद्रोही समूहों के लिए बच्चों का अपहरण करना एक नई और खतरनाक रणनीति बन गई है.'

इस प्रांत में बीते साढ़े तीन साल से भीषण लड़ाई चल रही है, जिसमें अभी तक करीब 3 हजार लोगों की मौत हो गई है. जबकि 7 लाख से अधिक लोगों को विस्थापित होना पड़ा है (Mozambique Violence News). जिनमें से ज्यादातर बच्चे शामिल हैं. अब 'सेव द चिल्ड्रन' ने कहा है कि कम से कम 51 बच्चे जिनमें से अधिकतर लड़कियां हैं, उन्हें बीते साल विद्रोही समूहों ने अगवा कर लिया था. लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि ये संख्या और अधिक हो सकती है. ये आंकड़े आर्म्ड कॉन्फ्लिक्ट लोकेशन एंड इवेंट डाटा प्रोजेक्ट द्वारा एकत्रित किया गया है.
बच्चों के यौन शोषण का डर
ऐसा डर है कि अगवा किए गए इन बच्चों के साथ यौन शोषण हो सकता है, इनकी जल्दी शादी कराई जा सकती है और इनका लड़ाई के लिए इस्तेमाल हो सकता है. एनजीओ के मोजाम्बिक देश के निदेशक चांस ब्रिग्स का कहना है, 'अपहरण होना, अपहरण होते देखना, हमलों का सामना करना, सशस्त्र समूहों से भागने के लिए मजबूर होना- ये सब छोटे बच्चों और टीनेजर्स के लिए अत्यंत दर्दनाक घटनाएं हैं.' ये हमले अल-शबाब नाम का सशस्त्र समूह कर रहा है (Abductions Killings in Mozambique). जो इस प्रांत में अक्टूबर 2017 के बाद से हिंसक गतिविधियां तेज कर चुका है.
ISIS से जुड़ा है लिंक
विद्रोही समूह के लड़ाके आईएसआईएल (आईएसआईएस) से जुड़े हुए हैं. जो शहरों में जाकर तोड़फोड़ करते हैं. समूह ने प्रमुख सड़कों पर नियंत्रण हासिल कर लिया है, बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया है और नागरिकों का सिर तक कलम कर देता है (Mozambique Group Violence). कई मामलों में तो ये भी देखा गया है कि स्थानीय लोगों को वेश्यावृति के लिए विवश कर दिया जाता है. अगस्त 2020 के बाद से मोकिम्बो दा प्रिया के प्रमुख बंदरगाह शहर पर भी कब्जा किया हुआ है. मार्च के बाद से यहां दर्जनों लोगों को मारा जा चुका है और 67 हजार को अपने घर छोड़कर जाने को मजबूर होना पड़ा है.

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