व्लादिमीर पुतिन के Mi-8 हेलिकॉप्टर के अंदर का वीडियो किया जारी, अंतरिक्ष एजेंसी के प्रमुख के साथ बैठे दिखे रूसी राष्ट्रपति
इसके अलावा हेलिकॉप्टर का बाहरी आवरण इतना मजबूत है कि पास से भी अगर इसके ऊपर एके-47 जैसे रायफल से गोलियां चलाई जाए, तब भी कोई असर नहीं होगा।
हर देश में राष्ट्राध्यक्षों के लिए कुछ खास सुविधाएं होती है। इनमें सुरक्षा से लेकर उनकी गाड़ियां और खान-पान तक तमाम चीजें शामिल हैं। इन्हीं में से एक है राष्ट्राध्यक्षों के लिए हवाई सफर में इस्तेमाल होने वाला हेलिकॉप्टर। ज्यादातर देश अपने राष्ट्राध्यक्षों के लिए खास हेलिकॉप्टरों का बेड़ा हमेशा ही रिजर्व में रखते हैं। जब देश के अंदर कम दूरी की कोई यात्रा करनी होती है तो राष्ट्राध्यक्ष हेलिकॉप्टरों के बेड़े का ही उपयोग करते हैं। हाल में ही रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के Mi-8 हेलिकॉप्टर के अंदर का वीडियो जारी किया गया है।
टेलिग्राम पर शेयर किया गया वीडियो
रूस के पूल N3 नाम के एक टेलिग्राम चैनल ने 10 सेकेंड के वीडियो में रूसी राष्ट्रपति के उड़नखटोले की अंदरूनी झलक दिखाई है। "मोडेस्ट एंड टाइट: हाउ पुतिन्स हेलिकॉप्टर लुक्स ऑन द इनसाइड" शीर्षक से शेयर किए गए इस वीडियो में पुतिन और उनके दल को हेलिकॉप्टर के बाहर खड़ा दिखाई दिया गया है। इस दौरान एक वर्दीधारी व्यक्ति पुतिन का अभिवादन करता दिखाई देता है। उसे हेलिकॉप्टर का पायलट बताया गया है।
अंतरिक्ष एजेंसी के प्रमुख के साथ बैठे दिखे पुतिन
बाद में इस वीडियो में हेलिकॉप्टर का इंटीरियर दिखाया गया है। जहां पुतिन और रोस्कोस्मोस के प्रमुख दिमित्री रोगोजिन एक दूसरे के सामने कुर्सियों पर बैठे हुए हैं। वहीं, राष्ट्रपति पुतिन के टीम के बाकी लोग पास के सोफे पर बैठे हैं। रोस्कोस्मोस रूस की अंतरिक्ष एजेंसी है। रूसी राष्ट्रपति के फ्लीट में हमेशा 4 एमआई-8 हेलिकॉप्टर शामिल होते हैं। जो सुरक्षा कारणों से एक रंग के हैं और हमेशा एक साथ ही उड़ान भरते हैं।
मिसाइल को चकमा दे सकता है यह हेलिकॉप्टर
यूं तो रूसी राष्ट्रपति की हवाई यात्रा के दौरान पूरे रास्ते पर रूसी वायु सेना की कड़ी नगर होती है। फिर भी अगर उनके हवाई सफर के दौरान कोई मिसाइल आ जाए तो उनका हेलिकॉप्टर उसे आसानी से चकमा दे सकता है। इस हेलिकॉप्टर में लगे फ्लेयर्स और चॉफ किसी भी हीट सीकिंग मिसाइल को आसानी से गुमराह कर सकते हैं। इसके अलावा हेलिकॉप्टर का बाहरी आवरण इतना मजबूत है कि पास से भी अगर इसके ऊपर एके-47 जैसे रायफल से गोलियां चलाई जाए, तब भी कोई असर नहीं होगा।