रिसर्च में ओमिक्रॉन वेरिएंट का बेहद खतरनाक उपस्वरूप का पता चला, ये सब-वेरिएंट मिला जिम्मेदार

जिन्हें अभी तक कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) की एक भी डोज नहीं लगी है.

Update: 2022-02-02 02:03 GMT

लोग अभी कोरोना वायरस (Coronavirus) के डेल्टा और ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron) से उबर भी नहीं पाए हैं कि एक और नई मुसीबत आ खड़ी हुई है. रिसर्च में पता चला है कि ओमिक्रॉन वेरिएंट का एक उपस्वरूप इसके मूल स्वरूप (वेरिएंट) से भी कहीं ज्यादा संक्रामक है. डेनमार्क में हुई नई स्टडी में यह दावा किया गया है.

8541 घरों में जाकर की गई स्टडी
रिपोर्ट के मुताबिक डेनमार्क के स्टेटेंस सीरम इंस्टीट्यूट के रिसर्चर ने 8541 घरों में जाकर यह स्टडी की. स्टडी के दौरान ओमिक्रॉन (Omicron) के मूल वेरिएंट (बीए.1) और उसके उपस्वरूप (बीए.2) के प्रसार की जांच की गई.
ओमिक्रॉन का सब-वेरिएंट ज्यादा खतरनाक
रिसर्च में पाया गया कि ओमिक्रॉन (Omicron) का बीए.2 वेरिएंट 39 फीसदी की मारक क्षमता के साथ लोगों को अपनी चपेट में लेता है. जबकि मूल बीए.1 के मामले में यह आंकड़ा 29 प्रतिशत है. यानी कि ओमिक्रॉन का सब-वेरिएंट पहले की तुलना में ज्यादा खतरनाक है. कम समय में ही ज्यादा संख्या में लोगों के संक्रमित होने की वजह भी बीए.2 को ही माना जा रहा है.
वैक्सीन न लगवाने वालों को जोखिम
स्टडी कर रहे रिसर्चर को जांच में पता चला कि कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) की दोनों डोज या बूस्टर डोज हासिल कर चुके लोगों के मुकाबले वैक्सीन न लगवाने वाले लोगों को ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron) के बीए.1 और बीए.2 से संक्रमित होने की आशंका काफी ज्यादा रहती है.
ज्यादा तेजी से फैलता है बीए.2 स्वरूप
रिपोर्ट के मुताबिक फिलहाल इस स्टडी की समीक्षा की जानी अभी बाकी है. हालांकि इससे यह जरूर पता चलता है कि बीए.2 से संक्रमित उन मरीजों के अन्य लोगों में वायरस का वाहक बनने का खतरा ज्यादा है, जिन्हें अभी तक कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) की एक भी डोज नहीं लगी है.


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