अमेरिका ने यूक्रेन "समर्थन" प्रदान करने के खिलाफ चीन को दी चेतावनी, भुगतने होंगे गंभीर परिणाम
हम संघर्ष नहीं चाहते हैं, हम गलत अनुमान नहीं चाहते हैं।
अमेरिका ने चीन को यूक्रेन में रूसी हमले का समर्थन करने के लिए एक बार फिर चेताया है। अमेरिका के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यूक्रेन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा छेड़े गए युद्ध को "समर्थन" प्रदान करने के खिलाफ चीन को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि मास्को के खिलाफ प्रतिबंध बीजिंग को एक चेतावनी है जो अमेरिका उसपर भी लगा सकता है।
चीन पर भी लग सकते हैं प्रतिबंध, अगर....
यह पूछे जाने पर कि अगर चीन रूस को भौतिक सहायता प्रदान करता है तो अमेरिका क्या कर सकता है, अमेरिकी उप विदेश मंत्री वेंडी शेरमन ने जवाब दिया कि हमने रूस पर प्रतिबंधों, निर्यात नियंत्रणों से क्या किया है ये सब जानते है। इसलिए यह चीन के लिए एक चेतावनी है क्योंकि ये सब प्रतिबंध उसपर भी लग सकते हैं अगर वह रूस को हथियार सहायता प्रदान करता है।
उन्होंने कहा कि बीजिंग को रूस के युद्ध से "सही सबक" सीखना चाहिए, जिसमें यह भी शामिल है कि वह अमेरिका को अपने सहयोगियों से अलग नहीं कर सकता। साथ ही उन्होंने कहा कि अमेरिका चीन के साथ नाटकीय तनाव से बचने की कोशिश कर रहा है।
कई बार रूस का समर्थन करते दिखा चीन
ब्रसेल्स में चीन पर यूरोपीय संघ और अमेरिका के बीच वार्ता के तीसरे दौर के बाद गुरुवार को उप विदेश मंत्री वेंडी शेरमन ने यह चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि पुतिन द्वारा यूक्रेन के खिलाफ यह युद्ध शुरू करने से तीन सप्ताह से भी कम समय में रूस और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने घोषणा की थी कि पीपुल्स रिपब्लिक आफ चाइना (पीआरसी) और रूस के बीच कोई सहयोग की बात नहीं होगी और चीन इसमें दखल नहीं देगा। लेकिन चीन तब से कई बार रूस का समर्थन करते दिखा है। उन्होंने कहा कि चीन ने रूस के इस आक्रामक युद्ध और यूक्रेन की आत्मरक्षात्मक कार्रवाइयों को बार-बार झूठे ढंग से एक जैसा बताया है जो कि सिरे से गलत है।
चीनी मीडिया को बताया दुष्प्रचारी तोता
शेरमन ने चीन के सरकारी मीडिया पर "रूस के दुष्प्रचार" करने के लिए एक दुष्प्रचारी तोता बताया। उन्होंनें चीनी मीडिया द्वारा नाटो और यूक्रेन को रूस के लिए खतरा बताने वाली खबर को बेतुका दावा करार दिया। उन्होंने कहा कि हम एक और शीत युद्ध शुरू नहीं करना चाहते हैं, हम संघर्ष नहीं चाहते हैं, हम गलत अनुमान नहीं चाहते हैं।
सहभार: जागरण न्यूज़