S-400 मिसाइल सिस्टम की खरीदी को लेकर अमेरिका ने भारत को सी धमकी, कही ये बड़ी बात...
सिर्फ विमान ही नहीं बल्कि क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइलों को भी मार गिराने में सक्षम है.
S-400 मिसाइल सिस्टम (S-400 Missile System) की खरीद को लेकर अमेरिका (America) ने भारत को अप्रत्यक्ष रूप से चेताया है. अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन (US Defense Secretary Lloyd Austin) ने कहा है कि अगर भारत रूस (Russia) से यह मिसाइल सिस्टम खरीदता है तो उस पर प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं. भारत दौरे पर आए ऑस्टिन ने कहा कि इस संबंध में उनकी अपने समकक्ष राजनाथ सिंह के साथ कोई चर्चा नहीं हुई है. हालांकि ऑस्टिन ने अमेरिका के सभी सहयोगियों व साझेदारों से आग्रह किया कि वे रूसी उपकरण खरीदने से परहेज करें जिससे अमेरिकी प्रतिबंध लग सकते हैं.
ऑस्टिन ने मीडिया में एक सवाल के जवाब में कहा, 'एस-400 प्रणाली की कोई आपूर्ति नहीं हुई है और इसलिए प्रतिबंधों का मुद्दा चर्चा का विषय नहीं था.' उन्होंने कहा कि प्रतिबंधों पर चर्चा का कोई कारण नहीं था क्योंकि भारत ने प्रणाली हासिल नहीं की है. रूस से एस-400 मिसाइल प्रणाली की खरीद के लिए अमेरिका ने तुर्की पर प्रतिबंध लगाए हैं. ऑस्टिन ने कहा, 'हमारे साथ ऐसे देश हैं जिनके साथ हम समय-समय पर काम करते हैं जिनके पास रूसी उपकरण हैं.'
अमेरिकी रक्षा मंत्री ने कही ये बात
अमेरिका के रक्षा मंत्री ने कहा, 'निश्चित रूप से हम अपने सभी सहयोगियों और साझेदारों से रूसी उपकरणों से दूर रहने और किसी भी तरह के अधिग्रहण से बचने का आग्रह करते हैं. इससे हमारी ओर से कोई प्रतिबंध लग सकता है.' ऑस्टिन की भारत यात्रा से पहले विदेश मामलों पर सीनेट की शक्तिशाली कमेटी के अध्यक्ष एवं सीनेटर रॉबर्ट मेंनेंडेज ने अमेरिकी रक्षा मंत्री को एक पत्र लिख कर उनसे भारतीय नेताओं के समक्ष एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली की खरीद का मुद्दा भी उठाने का अनुरोध किया था.
भारत-रूस के बीच 5 करोड़ डॉलर का सौदा
भारत इसे रूस से खरीद रहा है. इसके लिए अक्तूबर, 2018 में रूस के साथ पांच अरब डॉलर का एक सौदा किया था. ऑस्टिन ने शनिवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ व्यापक वार्ता की. इस दौरान दोनों पक्षों ने भारत-अमेरिकी रक्षा संबंधों को और मजबूत करने का संकल्प लिया. ऑस्टिन ने बाद में एस जयशंकर से मुलाकात की. S-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम दुश्मन के किसी भी विमान को हवा में मार गिरा सकता है. जमीन से हवा में मार करने वाले इस सिस्टम को रूस के ताकतवर हथियारों में से एक माना जाता है. यह सिर्फ विमान ही नहीं बल्कि क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइलों को भी मार गिराने में सक्षम है.