पीएम मोदी से चर्चा के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने दिया बड़ा बयान
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नई दिल्ली। यह साझेदारी दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण साझेदारी में से एक है जो इतिहास में किसी भी समय में अधिक मजबूत, करीबी और अधिक गतिशील है: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने पीएम नरेंद्र मोदी के साथ संयुक्त प्रेस बयान जारी किया।
हम साथ मिलकर असीमित क्षमता वाले साझा भविष्य के दरवाज़े खोल रहे हैं। स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन में तेज़ी लाने के लिए अंतरिक्ष उड़ान पर सहयोग और क्वांटम कंप्यूटिंग और कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर सहयोग की ज़रूरत है। एयर इंडिया द्वारा बोइंग विमान खरीदने के समझौते से अमेरिका में 10 लाख नौकरियों को मदद मिलेगी: एक संयुक्त प्रेस वार्ता में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की अपनी पहली राजकीय यात्रा पर हैं। उन्होंने व्हाइट हाउस के ओवल कार्यालय में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। हाउस में भव्य स्वागत के बाद, पीएम मोदी ने व्हाइट हाउस के बाहर एक सभा को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि कि दोनों देशों के समाज और संस्थाएं लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित हैं तथा दोनों (देशों) को अपनी विविधता पर गर्व है। प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देश वैश्विक अच्छाई, शांति, स्थिरता के लिए काम करेंगे और दोनों देशों के संबंध नई ऊंचाइयों को छुएंगे।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ उच्च स्तरीय वार्ता के लिए व्हाइट हाउस में मुलाकात की जिसका मकसद रक्षा, अंतरिक्ष, स्वच्छ ऊर्जा और महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकी सहित भारत अमेरिका सामरिक संबंधों को और गति प्रदान करना है। व्हाइट हाउस के ओवल कार्यालय में मोदी और बाइडन ने आमने सामने की बैठक की। इसके बाद शिष्टमंडल स्तर की वार्ता होगी। दोनों नेताओं के बीच 24 घंटे के भीतर दूसरी बार बातचीत होगी।
स्नेहपूर्ण निमंत्रण और गर्मजोशी से भरे स्वागत के लिए राष्ट्रपति जो बाइडन और डॉक्टर जिल बाइडन का भारत की संपूर्ण आबादी की तरफ से हृदय से आभार जताता हूं। कोरोना के बाद एक नई दुनिया का ढांचा उभर रहा है। ऐसे दौर में भारत और अमेरिका की दोस्ती दुनिया की बेहतरी के लिए काम करती है। हमारी दोस्ती लोकतंत्र की मजबूती का उदाहरण है। भारत और अमेरिका दोनों के समाज और व्यवस्थाएं लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित हैं। दोनों देशों के संविधान और उसके पहले तीन शब्द, वी द पीपुल। हम दोनों देशों अपनी विविधता पर गर्व करते हैं। हम सर्वजन हिताय और सर्वजन सुखाय पर काम करते हैं। तीन दशक पहले एक आम नागरिक के तौर पर अमेरिका आया था। तब मैंने व्हाइट हाउस को बाहर से देखा था। पीएम बनने के बाद कई बार यहां आया। लेकिन यह पहली बार है जब इतने बड़ी संख्या में भारतीय समुदाय के लिए व्हाइट हाउस के दरवाजे खोले गए। बेहतरीन स्वागत और संबोधन के लिए प्रेसीडेंट बाइडन का बहुत-बहुत आभार। आज व्हाइट हाउस में शानदार स्वागत हुआ। यह देश के 140 करोड़ भारतीयों का स्वागत है। अमेरिका में रहने वाले भारतीय मूल के लोगों का भी सम्मान है। इसके लिए राष्ट्रपति बाइडन और डॉक्टर जिल बाइडन का हृदय से आभार।
प्रधानमंत्री जी एक बार फिर से स्वागत है। भारत और अमेरिका देश के दुनिया के दो मजबूत देश हैं। प्रधानमंत्री आपका फिर से स्वागत है। मैंने हमेशा विश्वास किया है कि संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के बीच यह रिश्ता 21वीं सदी के सबसे अहम संबंधों से एक है। हमारे संविधान के पहले शब्द यही है कि 'हम, देश के नागरिक, हमारे लोगों के बीच स्थाई संबंध और साझे मूल्य और वर्तमान के मुद्दों से निपटने के लिए वैश्विक नेताओं के रूप में हमारी साझी ज़िम्मेदारी है'। मैं आपकी मेजबानी करके गौरवांवित हूं। व्हाइट हाउस में आपका स्वागत है। हमने बहुत समय साथ बिताया है। तब में उप राष्ट्रपति था और आप नए-नए प्रधानमंत्री बने थे। हम लोग नेतृत्व कर रहे हैं। आपकी साझेदारी के साथ एक सुरक्षित और बेहतर क्वॉड मजबूत बनाया है। भविष्य में लोग इसको देखेंगे तो इसकी मिसाल देंगे।