मोदी के 450 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा के लक्ष्य के मद्देनजर अमेरिका ने की भारत के साथ साझेदारी

जलवायु परिवर्तन संबंधी मामलों पर अमेरिका के विशेष दूत जॉन केरी ने कहा

Update: 2021-05-16 01:30 GMT

जलवायु परिवर्तन संबंधी मामलों पर अमेरिका के विशेष दूत जॉन केरी ने कहा कि अमेरिका ने भारत के 450 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन के लक्ष्य को हासिल करने में मदद के लिए जलवायु परिवर्तन पर उसके साथ साझेदारी की है। उन्होंने अमेरिकी सांसदों से कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 450 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा के उत्पादन का लक्ष्य रखा है।जलवायु परिवर्तन संबंधी मामलों पर इस सप्ताह हुई सुनवाई के दौरान प्रतिनिधि सभा की विदेश मामलों की समिति के सदस्यों से जॉन केरी ने कहा, हमने मोदी की प्रतिबद्धता के कारण भारत के साथ साझेदारी की है। केरी ने कहा कि भारत के पास इसके लिए पर्याप्त निधि और प्रौद्योगिकी नहीं है, ऐसे में भारतीय लक्ष्य को हासिल करने में अमेरिकी मदद अहम होगी।

सांसद जोए विल्सन ने केरी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के लोगों के लिए 'बेहतरीन काम' किया है। केरी ने कहा कि भारत द्वारा कार्बन उत्सर्जन में बड़े पैमाने पर कटौती किए जाने की आवश्यकता है।
चीन का भी साथ जरूरी
जॉन केरी ने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि आर्थिक सहयोग और विकास संगठन के देश मिलकर जितना कार्बन उत्सर्जन करते हैं, अकेला चीन उससे भी अधिक उत्सर्जन करता है। इसलिए चीन का साथ आना जरूरी है। उन्होंने कहा, यदि चीन इन वैश्विक प्रयासों में शामिल नहीं होता है और इनका हिस्सा नहीं बनता है, तो अमेरिका और दुनिया के शेष देश अपना लक्ष्य हासिल नहीं कर सकते।

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