यूएस अधिकारी ने कहा- तालिबान ने दी इजाजत, अब अफगान में फंसे तमाम मुल्क के नागरिक निकल सकेंगे बाहर
यूएस अधिकारी ने कहा
अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा होने के बाद भी लोगों में डर बना हुआ है। अभी तक यहां पर अमेरिका से लेकर तमाम मुल्क के नागरिक फंसे हुए हैं। तालिबान सरकार के गठन के बीच अफगान में 200 अमेरिकी नागिरक और दूसरे देशों के नागरिक को निकालने की इजाजत मिल है। अमेरिकी अधिकारियों ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि काबुल हवाई अड्डे से चार्टर उड़ानों पर प्रस्थान करने के लिए अमेरिकी निकासी अभियान की समाप्ति के बाद अफगानिस्तान में रहने देने पर सहमति व्यक्त की है।
नहीं साफ हुआ कि मजार-ए शरीफ में फंसे लोगों में शामिल हैं ये 200 लोग
न्यूज एजेंसी रायटर्स से बात करने वाले अधिकारी ने कहा कि तालिबान पर अमेरिकी विशेष प्रतिनिधि ज़ल्मय खलीलज़ाद (Zalmay Khalilzad) द्वारा प्रस्थान की अनुमति देने के लिए दबाव डाला गया था। इन लोगों की रवाना होने की आज उम्मीद थी। हालांकि, अधिकारियों ने यह नहीं बताया कि ये नागिरक क्या 'मजार-ए-शरीफ' में फंसे लोगों में से थे। क्योंकि वहां पर उनके निजी चार्टर को जाने की अनुमति नहीं दी गई है।
अफगानिस्तान में तालिबान सरकार का गठन हुआ तेज
बता दें कि अफगानिस्तान पर 15 अगस्त के दिन ही तालिबान ने कब्जा कर लिया था, जिसके बाद यहां की स्थितियां लगातार बिगड़ रही है। आलम यह है कि अब पंजशीर पर भी तालिबान अपने कब्जे का दावा कर रहा है हालांकि, इसकी पुष्टि अभी नहीें हुई है। माना जा रहा है कि आतंकी संगठन के खिलाफ लड़ने वाले नेता अहमद मसूद और अमरूल्ला अभी पंजशीर में मौजूद है। वहीं अब यहां पर तालिबान, सरकार गठन की भी तैयारियां कर रहा है। संगठन की तरफ से जिम्मेदारी भी बांट दी गई हैं।
अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों के बिना मनाई जाएगी 9/11 की बरसी
अफगानिस्तान में 20 सालों में पहली बार अमेरिकी सैनिकों के बिना 9/11 आतंकी हमले की 20वीं बरसी मनाई जाएगी। माना जा रहा है कि 11 सितंबर को तालिबान के मंत्री शपथ ले सकते हैं।