US आर्मी ने शुरू किया गोली का ट्रायल, खाने से नहीं आएगा बुढ़ापा, जाने चौंकाने वाली बातें
वॉशिंगटन:- अमेरिकी सेना ने अपने सैनिकों की क्षमता को और बढ़ाने के लिए बुढ़ापे को रोकने वाली एक नई दवा का निर्माण किया है। इस दवा का अब परीक्षण शुरू कर दिया जाएगा। यह दवा बूढ़े होने के असर को या तो कम कर देती है या उसे रोक देती है। इस दवा को अमेरिकी सेना के स्पेशल ऑपरेशन कमांड ने विकसित किया है। बताया जा रहा है कि अमेरिकी रक्षा मंत्रालय सैनिकों की क्षमता को बढ़ाना चाहता है, इसी वजह से इस खास दवा का निर्माण किया गया है।
ब्रेकिंग डिफेंस की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी सेना की दवा से एक यौगिक पदार्थ का स्तर बढ़ जाता है। इससे यह आशा जताई जा रही है कि इससे सूजन और न्यूरोडीजेनेरेशन कम हो जाएगी। साथ ही कोशिकाएं फिर से जवान हो जाती हैं। अमेरिकी सेना अगले साल से इस दवा का क्लिनिकल ट्रायल शुरू कर देगी। इस दवा को बनाने से जुड़ी लीजा सैंडर्स ने कहा कि अगर यह परीक्षण सफल रहता है तो इस दवा में बुढ़ापे को धीमा करने और जख्मों को गंभीर होने से रोकने की वास्तविक क्षमता होगी।
इस दवा को बनाने के लिए अमेरिकी सेना एक निजी बायोटेक प्रयोगशाला मेट्रो इंटरनैशनल बॉयोकेम के साथ गठजोड़ कर रही है। स्पेशल ऑपरेशन कमांड के प्रवक्ता टिम हॉकिंस ने कहा कि इन प्रयासों का मतलब शारीरिक क्षमता को पैदा करना नहीं जो पहले से ही प्राकृतिक रूप से मौजूद नहीं हैं। इस दवा का मकसद हमारी सेना की अपने मिशन के लिए तैयारी और क्षमता को बढ़ाना है जो बुढ़ापे के साथ कम हो जाती है।
प्रवक्ता ने कहा कि इस दवा का इस्तेमाल सैनिक और आम जनता दोनों के लिए किया जा सकेगा। दवा के प्रयोग से आम आदमी या सैनिकों के जख्म जल्दी भर जाएंगे और वह ठीक हो जाएंगे। न्यूट्रास्यूटिकल्स एक ऐसा उत्पाद है जिसे खाने से निकाला जाता है और इसमें पोषक तत्वों तथा खनिज होते हैं। इसमें दूध से बने उत्पाद आदि आते हैं। अमेरिकी सेना अगर अपने प्रयोग में सफल रहती है तो सैनिक काफी अच्छे तरीके से जंग लड़ सकेंगे।