अमेरिकी राजदूत ने कहा- रूस फरवरी में यूक्रेन पर बोल सकता है धावा

रूस फरवरी में यूक्रेन पर बोल सकता है धावा

Update: 2022-01-28 16:28 GMT
यूक्रेन संकट (Ukraine Crisis) को लेकर अमेरिका (America) और रूस (Russia) के बीच तनाव बना हुआ है. रूस द्वारा यूक्रेन (Russia-Ukraine) पर हमले का डर भी सता रहा है. इसी बीच मॉस्को (Moscow) में अमेरिकी राजदूत जॉन सुलिवन (John Sullivan) ने कहा कि रूस का कहना है कि वह युद्ध नहीं चाहता है. लेकिन यूक्रेन की सीमाओं पर बड़े पैमाने पर सैनिकों को तैनात कर रूस अमेरिका (US-Russia) के साथ 'टेबल पर बंदूक' रखकर बातचीत कर रहा है. वहीं, अमेरिका ने चेतावनी दी है कि अगले महीने तक रूस यूक्रेन पर हमला कर सकता है.
मॉस्को में एक ऑनलाइन ब्रीफिंग के दौरान सुलिवन ने कहा, सीमा पर हजारों रूसी सैनिकों की मौजूदगी असाधारण है. इसे एक सामान्य सैन्य अभ्यास के तौर पर नहीं देखा जा सकता है. सुलिवन ने रिपोटर्स से कहा, 'ये बिल्कुल उसी तरह है कि मैं और आप बातचीत कर रहे हैं. लेकिन मैं मेज पर बंदूक रख दूं और कहूं कि मैं शांति चाहता हूं, तो ये धमकी होगी. और यही अभी हम देख रहे हैं.' उन्होंने कहा, 'हम आशा करते हैं कि रूसी सरकार अपने वादे पर खरी उतरेगी और यूक्रेन पर आगे आक्रमण करने की योजना नहीं बना रही है, और न ही करेगी. लेकिन फैक्ट ये है कि उसके पास ऐसा करने की क्षमता है.'
रूस से सैनिकों को हटाने का आग्रह किया गया
वहीं, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव (Sergei Lavrov) ने शुक्रवार को रूसी रेडियो स्टेशनों को बताया कि मॉस्को युद्ध नहीं चाहता है. सुलिवन ने कहा कि वाशिंगटन अब अमेरिका और नाटो द्वारा लिखित दस्तावेजों पर रूस की प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा कर रहा है. इन दस्तावेजों में यूक्रेन संकट से बाहर निकलने के लिए एक राजनयिक मार्ग को रेखांकित किया गया है. साथ ही रूस से यूक्रेन की सीमाओं के पास से सैनिकों को वापस लेने का आग्रह किया गया है. उन्होंने कहा कि दस्तावेजों में यूरोप में सैन्य अभ्यासों के साथ-साथ यूक्रेनी हथियारों की बिक्री के बारे में अधिक पारदर्शिता के प्रस्तावों के साथ संकट को शांत करने के तरीके शामिल हैं.
कूटनीति ही आगे बढ़ने का एकमात्र तरीका
अमेरिकी राजदूत ने कहा, हमने रूसी सरकार के साथ पारस्परिक पारदर्शिता उपायों की संभावना को संबोधित किया है. इसके अलावा, हमने यूक्रेन में आक्रामक हथियार प्रणालियों के साथ-साथ यूरोप में सैन्यभ्यास के बारे में विश्वास बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि फोन पर बातचीत या अमेरिकी और रूसी राजनयिकों के बीच बैठक का पालन किया जा सकता है. उन्होंने इस बात को दोहराया कि कूटनीति ही आगे बढ़ने का एकमात्र तरीका है. सुलिवन ने यह भी कहा कि यूक्रेन पर आक्रमण के बाद रूस पर आर्थिक प्रतिबंध पश्चिम की प्रतिक्रिया का सिर्फ एक हिस्सा होगा.
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