CM केजरीवाल के बयान पर बवाल, सिंगापुर ने सोशल मीडिया पर छेड़ा सुधार अभियान

वहां 12-15 साल के उम्र के बच्चों के टीकाकरण का फैसला किया है क्योंकि हाल में इनमें संक्रमण के मामले बढ़े हैं।

Update: 2021-05-20 02:44 GMT

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 'सिंगापुर स्ट्रेन' पर कोहराम मचने के बाद भले ही अपने बयान का अब जो ही मतलब समझाएं, पर वहां के सोशल मीडिया में मुख्यमंत्री केजरीवाल की जमकर आलोचना हो रही है। इसे लेकर सिंगापुर सरकार बेहद गंभीर है और सोशल मीडिया पर अभियान चलाने में जुट गई है।

सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि भारत को सिंगापुर कोरोना वैरिएंट की झूठी खबर को लेकर ऑफिस ऑफ प्रोटेक्शन फ्रॉम फाल्सहूड्स एंड मैनिपुलेशन एक्ट (पीओएफएमए) के तरह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को निर्देश जारी किए गए हैं।
मंत्रालय ने बयान जारी किया- कोविड 19 का कोई सिंगापुर वैरिएंट नहीं है। न ही कोई ऐसा वैरिएंट सामने आया है जो बच्चों के लिए बेहद खतरनाक हो। हाल में जो नया स्ट्रेन सामने आया है वो बी.1.617.2 वैरिएंट भारत से फैला है। इस संबंध में पीओएफएमए कार्यालय ने फेसबुक, ट्विटर और एसपीएच मैगजीन प्रा. लि. को सिंगापुर में अपने सभी उपयोगकर्ताओं के लिए सुधार करने को कहा है।
क्या है मामला
दरअसल, केजरीवाल ने कहा था कि सिंगापुर में पाया गया वायरस का नया स्वरूप बच्चों के लिए बहुत खतरनाक है। यह दिल्ली में तीसरी लहर के तौर पर पहुंच सकता है। इस पर सिंगापुर ने कड़ी आपत्ति जताई थी। सिंगापुर के मशहूर ब्लॉगर मिस्टर ब्राउन ने लिखा, दिल्ली के मुख्यमंत्री, बी1617 स्ट्रेन आपके देश से ही आया है।
वही एक ट्विटर उपयोगकर्ता अंतरा अनेजा ने कहा, सिंगापुर में स्कूल बंद हो गए बी1.617.2 स्ट्रेन की वजह से, भ्रामक सूचना के लिए फैक्ट चेकिंग और माफी।
इससे पहले, सिंगापुर के विदेश मंत्री विवियन बालकृष्णन ने ट्वीट किया था, नेताओं को तथ्यों पर बयान देना चाहिए। कोई सिंगापुर वैरिएंट नहीं है। सिंगापुर ने बुधवार से सारे स्कूल बंद कर दिए हैं। इसके साथ ही वहां 12-15 साल के उम्र के बच्चों के टीकाकरण का फैसला किया है क्योंकि हाल में इनमें संक्रमण के मामले बढ़े हैं।

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