चीन में कोरोना के ताजा मामलों के बीच सख्त लॉकडाउन से परेशान लोगों का सब्र टूट गया है. चीन के ग्वांग्झू के कई इलाकों में लोग लॉकडाउन नियमों के खिलाफ सड़कों पर निकल आए और जमकर बवाल मचाया. ग्वांग्झू में लॉकडाउन के सख्त नियमों का काफी समय से विरोध हो रहा था. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि ग्वांग्झू के हेझू जिले सहित कई इलाकों में बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी सड़कों पर निकल आए. उन्होंने बैरियर तोड़ दिए और वाहनों में तोड़फोड़ की. इन प्रदर्शनकारियों को पुलिस से भिड़ते भी देखा गया.
स्थानीय मीडिया के मुताबिक, ये विरोध ग्वांग्झू के कई ऐसे इलाकों में हुए, जहां मुख्य तौर पर गरीब तबके के लोग रहते हैं. लोगों की सबसे बड़ी समस्या भोजन की कमी और समय पर मेडिकल ट्रीटमेंट नहीं मिल पाना है. क्वारंटीन अवधि घटाने के बाद भी लॉकडाउन नियमों में ढील नहीं दिए जाने से लोगों में गुस्सा है.
गुस्साए लोगों को काबू में करने के लिए पुलिस को मौके पर भेजा गया. लेकिन प्रदर्शनकारी पुलिसकर्मियों से ही भिड़ गए. देखते ही देखते सोशल मीडिया पर 'ग्वांग्झू हेझू डिस्ट्रिक्ट राइट' और 'हेझू राइट' ट्रेंड होने लगे. चीन में सख्त लॉकडाउन और राष्ट्रपति शिनपिंग की जीरो कोविड पॉलिसी को लेकर अब लोगों के सब्र की सीमा टूट गई है. इन सख्त लॉकडाउन नियमों की वजह से ग्लोबल सप्लाई चेन बाधित हुई है. अब तक 50 लाख लोगों को घरों के भीतर रहने के आदेश दिए गए हैं. जरूरी सामानों की खरीद के लिए परिवार के सिर्फ एक सदस्य को बाहर जाने की हिदायत दी गई है. यह आदेश ऐसे समय में आया था, जब 1.3 करोड़ की आबादी वाले ग्वांग्झू शहर में एक दिन में कोरोना के 2500 नए मामले सामने आए थे.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसके मद्देनजर पब्लिक ट्रांसपोर्ट सेवाएं सस्पेंड कर दी गई. स्कूल और कॉलेज समेत सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया गया और देश के भीतर कई बड़े शहरों तक आने-जाने वाली फ्लाइट्स सेवाएं रद्द कर दी गईं.