अनोखी गाइडलाइन जारी! पायलटों को पहनना होगा डायपर, वजह जानकर हो जाएंगे हैरान

फ्लाइट्स के लिए कई अन्य दिशानिर्देश भी जारी किए गए हैं.

Update: 2020-12-10 10:45 GMT

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चीन के एविएशन रेगुलेटर ने अपने केबिन क्रू मेंबर्स को कोरोना के खतरे से बचने के लिए डायपर पहनने की सलाह दी है. चीन की नियामक संस्था ने कहा है कि जिन जगहों पर कोरोना वायरस का खतरा ज्यादा है, वहां वे बाथरूम का इस्तेमाल ना करें. इससे कोरोना संक्रमण का खतरा कम होगा.

ये सुझाव कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए एयरलाइन्स के लिए जारी दिशानिर्देश में शामिल है. ये गाइडलाइन 38 पन्नों की है.
चीन की सिविल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन में कहा है कि ये सुझाव उन चार्टर फ्लाइट्स पर लागू होंगे जो उन देशों या इलाकों में जाएँगे जहां 10 लाख की आबादी पर 500 से ज्यादा कोरोना केस होंगे. डायपर पहनने की सलाह पर्सनल प्रोटेक्टिव एक्विपमेंट सेक्शन में दी गई है.
फ्लाइट्स के लिए कई अन्य दिशानिर्देश भी जारी किए गए हैं. इसमें क्लीन एरिया, बफर जोन और पैसेंजर्स सिटिंग एरिया और क्वारंटीन एरिया को डिस्पोजेबल पर्दों से अलग करने के लिए कहा गया है. नियामक संस्था ने कहा है कि पीछे की तीन पंक्तियों का इमरजेंसी क्वॉरंटीन के लिए इस्तेमाल होगा.
तमाम एयरलाइन्स का कहना है कि महामारी के बावूजद हवाई सफर करना सुरक्षित है. प्लेन में हॉस्पिटल में इस्तेमाल होने वाले एयर फिल्टर्स लगे होते हैं जिसकी वजह से कोरोना का ख़तरा काफी हद तक कम हो जाता है हालांकि, शोधकर्ता इसे लेकर पूरी तरह आश्वस्त नहीं है. कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जब फ्लाइट में यात्रियों के मास्क पहनने और पर्याप्त दूरी बनाए रखने के बावजूद संक्रमण फैल गया.
जब चीन के वुहान शहर से कोरोना वायरस का प्रकोप फैलना शुरू हुआ था, तो वहां की एविएशन इंडस्ट्री भी बुरी तरह प्रभावित हुई थी. हालांकि, चीन के कोरोना वायरस से उबरने के बाद इंडस्ट्री की हालत भी सुधरी है. चीन में घरेलू स्तर पर लोगों की आवाजाही लगभग कोरोना काल के पहले की ही तरह हो गई है. जबकि यूरोप, अमेरिका अभी भी कोरोना पर नियंत्रण नहीं पा सके हैं.


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