श्रीलंका के बेकाबू हालात: सड़कों पर सेना और प्रदर्शनकारी भिड़े, आगजनी के बाद कई जगहों पर लगा है कर्फ्यू
श्रीलंका चीन के साथ करीबी संबंध बनाए रखने के चक्कर में इसमें उलझ गया है। उनकी निगाह में इसके तीन रणनीति कारण हैं।
श्रीलंका के आर्थिक हालात लगातार खराब हो रहे हैं। इसको लेकर कई दिनों से सरकार के खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शन भी हो रहे हैं। सोमवार को महिंदा राजपक्षे के पीएम पद से इस्तीफा देने के बाद स्थिति और खराब हो गई। सड़क पर उतरे प्रदर्शनकारियों ने मेदामुलाना, हंबनटोटा में राजपक्षे परिवार के पैतृक घर को आग लगा दी। इसके अलावा इन प्रदर्शनकारियों ने कई नेताओं के घरों को भी आग के हवाले कर दिया। सुरक्षाकर्मियों द्वारा प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के दौरान पांच लोगों की भी मौत हो गई है। इसके अलावा करीब 200 लोग घायल भी हैं। प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी है। इस दौरान पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। वहीं दूसरी तरफ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पेट्रोल बम फेंके। इस घटना के बाद राजधानी समेत कई शहरों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। ये कर्फ्यू बुधवार को सब कुछ शांत रहने पर हटाया जाएगा। देशभर में स्कूल, कालेज समेत दूसरे सरकारी और निजी संस्थान बंद हैं।