UN ने उत्तराखंड ग्लेशियर आपदा पर कहा- जरूरत पड़ने पर बचाव और राहत कार्यों में मदद देंगे

चमोली जिले में रविवार को नंदा देवी ग्लेशियर का हिस्सा टूटने के कारण ऋषिगंगा घाटी में अचानक भीषण बाढ़ आ ग

Update: 2021-02-08 10:48 GMT

United Nations on Uttarakhand Glacier Burst Incident: भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित चमोली जिले (Chamoli district) में रविवार को नंदा देवी ग्लेशियर (Uttarakhand Glacier Burst) का हिस्सा टूटने के कारण ऋषिगंगा घाटी में अचानक भीषण बाढ़ आ गई, जिसमें कम से कम दस लोगों की मौत हो गई है और 125 से अधिक लोग लापता हैं. अमेरिका (America on Uttarakhand Incident) और फ्रांस (America on Uttarakhand Incident) ने इस हादसे को लेकर संवेदना प्रकट की है. अब संयुक्त राष्ट्र संघ की ओर से भी इसपर प्रतिक्रिया आई है.


संयुक्त राष्ट्र संघ (United Nations) ने कहा है कि जरूरत पड़ने पर भारत की मदद की जाएगी. संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस (Antonio Guterres) ने इसपर दुख जताया है और कहा है कि जरूरत पड़ती है तो उत्तराखंड में जारी बचाव और राहत कार्यों में संगठन सहयोग देने के लिए तैयार है. जिन लोगों की मौत हुई है या जो लापता हुए हैं, वह दो पनबिजली परियोजनाओं में काम कर रहे मजदूर और अन्य कर्मी बताए जा रहे हैं. गंगा की सहायक नदियों- धौली गंगा, ऋषि गंगा और अलकनंदा में बाढ़ से उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में दहशत फैल गई और बड़े पैमाने पर तबाही हुई है.

परियोजनाओं को बड़ा नुकसान हुआ
एनटीपीसी की तपोवन-विष्णुगाड पनबिजली परियोजना और ऋषिगंगा पनबिजली परियोजना (hydroelectric stations) को इस आपदा में बड़ा नुकसान हुआ है. इस हादसे के बारे में गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा, 'रविवार को भारत के उत्तराखंड राज्य में ग्लेशियर टूटने (Nanda Devi glacier) और उसके परिणामस्वरूप आई बाढ़ में कई लोगों की मौत एवं दर्जनों लोगों के लापता होने की खबर से महासचिव बेहद दुखी हैं.' उन्होंने एक बयान में कहा, 'महासचिव ने पीड़ितों के परिवारों, भारत के लोगों और सरकार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है. अगर आवश्यकता पड़ती है तो संयुक्त राष्ट्र वहां जारी बचाव कार्य और मदद के प्रयासों में सहयोग देने के लिए तैयार है.'

भारत के स्थायी प्रतिनिधि ने क्या कहा?
गुटेरेस के वक्तव्य के बाद संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी.एस. तिरुमूर्ति ने कहा कि उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने (United Nations on Uttarakhand Glacier Burst) की घटना पर 'संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने जो संवेदनाएं व्यक्त की हैं उनकी हम सराहना करते हैं.' इससे पहले महासभा के अध्यक्ष वोल्कन बाजेकिर ने कहा था कि उत्तराखंड में हालात पर वह नजर रख रहे हैं, जहां ग्लेशियर टूटने के कारण विकराल बाढ़ आई है. बोजकिर ने संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन को टैग करते हुए ट्वीट किया, 'मैं भारत के उत्तराखंड की घटना से संबंधित खबरों पर नजर रख रहा हूं, जहां ग्लेशियर टूटने के कारण कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई तथा 140 लोग लापता हैं.'


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