यूएन ने जेल में बंद बच्चों को लेकर चिंता जताई, जंग के बीच फंसे
चार नागरिकों की मौत हो गई. इसके साथ ही आईएसआईएल के 374 हमलावर या कैदी भी मारे गए हैं.
संयुक्त राष्ट्र (United Nations) ने सीरिया की जेलों में बंद बच्चों (Children in Syria Jail) को लेकर चिंता जाहिर की है. एजेंसी ने कहा कि हाल ही में इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएल) के आतंकियों के जेल तोड़े जाने के बाद उनकी 10 दिनों तक अमेरिका समर्थित कुर्द लड़ाकों के साथ खूनी जंग हुई थी, इस दौरान छोटे बच्चे भी उसी जेल में बंद थे. उन्हें ऐसी जगह पर नहीं होना चाहिए. यूएन की बाल एजेंसी यूनिसेफ (UNICEF) ने कहा कि वह इन बच्चों को सीरिया में सुरक्षित स्थान पर रखे जाने के लिए सहयोग करेगी. इनमें से कई की उम्र 12 साल से भी कम है. यूएन की टीम ने उत्तरपूर्वी शहर हसाकेह की जेल का दौरा करने के बाद रविवार को जारी एक बयान में ये बातें कही हैं.
यूनिसेफ के सदस्यों ने जेल में बंद बच्चों से मुलाकात के बाद कहा कि वह वर्षों से खराब स्थिति में रह रहे हैं. इन्होंने जनवरी में सबसे ज्यादा हिंसा देखी है (Children in Jails). हसाकेह जेल में 3000 से अधिक कैदी हैं, जिनमें से 600 से अधिक बच्चे हैं. सीरिया में यूनिसेफ के प्रतिनिधि विक्टर नाइलंद ने एक बयान में कहा, 'कुछ बुनियादी सेवाओं के होने के बावजूद इन बच्चों की स्थिति अविश्वसनीय रूप से खराब है.' लड़कों को वयस्कों से अलग रखा गया है. लेकिन जब आईएसआईएल के आतंकियों ने 20 जनवरी को जेल तोड़ी तो सब लोग एक ही जगह पर आ गए थे. इस दौरान कुछ कैदी भाग गए, जबकि बच्चों सहित दूसरे कैदी लड़ाई में बंधक बना लिए गए.
बच्चों की हिरासत को गलत बताया
नाइलंद ने कहा कि यूनिसेफ इन बच्चों के सर्वोत्तम हित में दीर्घकालिक समाधान खोजने के लिए सभी हितधारकों से उन्हें सुरक्षा और देखभाल प्रदान करने के लिए काम कर रहा है. उन्होंने कहा, 'सशस्त्र समूहों से जुड़ा होने के कारण बच्चों को कभी भी हिरासत में नहीं लिया जाना चाहिए (Syria War). सशस्त्र समूहों से जुड़े और भर्ती किए गए बच्चों को हमेशा संघर्ष के पीड़ित के रूप में माना जाना चाहिए.' इससे पहले सेव द चिल्ड्रन और ह्यूमन राइट्स वॉच सहित दूसरे अंतर्राष्ट्रीय अधिकार समूहों ने कहा था कि आईएसआईएल आतंकियों को हटाने के लिए ऑपरेशन चलाने से पहले लगभग 700 लड़कों को जेल में रखा गया था.
शिविरों से जेल में लाया गया
इनमें 12 से 18 साल के ऐसे कई बच्चे शामिल हैं, जिनके वयस्क रिश्तेदार जेल में बंद हैं. इन लड़कों को सीरिया में बने उन कैंपों से लाया गया है, जहां इस्लामिक स्टेट के आतंकियों की पत्नियां और हजारों बच्चे रह रहे हैं. शुक्रवार को ह्यूमन राइट्स वॉच ने कहा था कि सैड़कों लड़के लड़ाई (Kurd Fighters US) के कारण जेल के भीतर या बाहर से गायब हो गए हैं. उनका कुछ पता नहीं चल पा रहा. जेल के रखरखाव का काम कुर्द लड़ाके करते हैं. उन्होंने 31 जनवरी को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि इस्लामिक स्टेट के आतंकियों के जेल पर हमला करने के बाद उनके साथ लड़ाई हुई. जिसमें जेल के 77 कर्मचारी, 40 कुर्द लड़ाके और चार नागरिकों की मौत हो गई. इसके साथ ही आईएसआईएल के 374 हमलावर या कैदी भी मारे गए हैं.