संयुक्त राष्ट्र ने म्यांमार की शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे लोगों पर हिंसा करने की निंदा की
जिससे वह मौके पर ही बेहोश हो गए थे।
संयुक्त राष्ट्र ने म्यांमार की शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे लोगों पर हिंसा करने की निंदा की है। संयुक्त राष्ट्र ने म्यांमार को मासूम और निहत्थे नागरिकों के खिलाफ बल का इस्तेमाल करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। सुरक्षा बलों ने तख्तापलट विरोधी प्रदर्शनकारियों को एक कार से टक्कर मार दी, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई थी। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि रविवार को यांगून के मुख्य शहर में प्रदर्शनकारियों ने एक तेज रफ्तार से चलती कार को दुर्घटनाग्रस्त कर दिया। घटना में मारे लोगों के शव सड़कों पर पड़े हुए हैं। लोग घटना का वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी शेयर कर रहे हैं।
सुरक्षा बलों ने भड़काया दंगा
एक समाचार पोर्टल ने बताया कि यह घटना 1 फरवरी को गठित सैन्य तख्तापलट का विरोध करने के लिए सड़कों पर कुछ लोगों के इकट्ठा होने के कुछ मिनटों बाद हुई। घटना में 5 लोग मारे गए और 15 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था। म्यांमार के एक अखबार ने बताया कि सुरक्षा बलों ने एक दंगा फैलाया, जिसमें आठ प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया और तीन लोग घायल हुए थे। लेकिन इनकी मौत का कही भी कोई जिक्र नहीं किया गया। सुरक्षा बलों का कहना था कि गिरफ्तार लोगों पर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
सरकार को सत्ता से हटाने की मांग
संयुक्त राज्य एम्बेसी ने एक बयान में कहा कि यह रिपोर्ट भयभीत करने वाली थी कि सुरक्षा बलों ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे लोगों पर गोलियां चलाई, जिससे कई प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई। बता दें कि फरवरी से अभी तक सैनिकों द्वारा 1300 से अधिक लोगों की हत्या करने के बाद भी लोगों का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। लोग सैन्य शासन और नोबेल पुरस्कार विजेता आंग सान सू की सरकार को सत्ता से हटाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
प्रदर्शनकारियों ने क्या कहा
वहीं, एक प्रदर्शनकारी ने बताया कि रविवार को प्रदर्शन के दौरान वह एक वाहन की चपेट में आने से गिर गया। इस दौरान सैनिक ने उसे राइफल से पीटना शुरू कर दिया, जिसके बाद उसने सैनिक को धक्का दिया और वहां से भागने लगा। भागते हुए सैनिक ने उसके पैरों पर गोली मार दी, लेकिन इसके वाबजूद वहां से जान बचाकर सुरक्षित लौट आया है। मौके पर मौजूद दो प्रदर्शनकारियों ने बताया कि सैनिकों ने प्रदर्शन के लिए इकट्ठा हुए लोगों को पीछे से गाड़ी से टक्कर मार दी। इसके बाद उन्होंने लोगों को गिरफ्तार करना और पीटना शुरू कर दिया। काफी लोगों को सिर पर गहरी चोट आई है, जिससे वह मौके पर ही बेहोश हो गए थे।