नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध कई नाटकीय मोड़ देख रहा है. कभी बातचीत के जरिए तेवर नरम कर दिए जाते हैं तो कभी तीखे वार कर माहौल को तनावपूर्ण करने का काम होता है. अब एक बार फिर यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने रूसी सैनिकों को नसीहत दी है. उन्होंने कहा है कि यूक्रेन की धरती से सभी रूसी सैनिक वापस चले जाएं. जोर देकर कहा गया है कि वे सरेंडर नहीं करने वाले हैं और अंत तक अपने देश के लिए लड़ते रहेंगे.
जेलेंस्की ने जोर देकर कहा है कि अब रूसी सैनिकों को सरेंडर करना पड़ेगा. उनको हर कीमत पर यूक्रेन की धरती को छोड़ना होगा क्योंकि यूक्रेनी सेना अपनी जमीन बचान के लिए अंत तक लड़ने वाली है. अब जेलेंस्की का ये बयान इसलिए मायने रखता है क्योंकि अभी कुछ घंटे पहले ही उन्होंने कहा था कि वे रूस से फिर बातचीत करने को तैयार हैं. ऐसे में उस बातचीत के बीच उनका ये बयान रूस को फिर नाराज कर सकता है. जो मांग अभी यूक्रेन की तरफ से की जा रही है, वो शर्त तो राष्ट्रपति पुतिन युद्ध के शुरुआत में ही रख चुके थे. उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा था कि यूक्रेन की सेना को कंप्लीट सरेंडर करना होगा. तब तो पुतिन ने यहां तक कहा था कि वे यूक्रेन की सरकार के बजाय वहां की सेना से संवाद स्थापित करना चाहते हैं.
वैसे अभी के लिए दोनों रूस और यूक्रेन ने फिर बातचीत करने का फैसला किया है. रूस की तरफ से जोर देकर कहा गया है कि उसे यूक्रेन की सरकार नहीं गिरानी है. वहीं एक बयान में जेलेंस्की भी कह गए हैं कि वे नेटो की सदस्यता पर ज्यादा जोर नहीं देने वाले हैं. उनकी तरफ से रूस से फिर बातचीत करने पर भी फोकस दिया गया है. ऐसे में एक तरफ तीखे तेवर तो वहीं दूसरी तरफ बातचीत का रास्ता खुला रखना यूक्रेन की नई रणनीति दिखाई पड़ रही है.