रूसी मिसाइलों को मार गिराने की टेक्नीक में सुधार करेगा यूक्रेन, बोले राष्ट्रपति जेलेंस्की
रूस यूक्रेन युद्ध ने एक हल्के ठहराव के बाद फिर से रफ्तार पकड़ ली है. रूसी आर्मी के यूक्रेन के रिहायशी इलाकों और ठिकानों पर ताबड़तोड़ हमले जारी है. यूक्रेन की सेना भी रूस की तरफ से दागी जा रहीं मिसाइलों और ड्रोन को मार गिराने की कोशिश में जुटी हैं. यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने शनिवार को कहा कि रूस ने बहुत बड़े पैमाने पर युद्धग्रस्त देश के बुनियादी ढांचे पर हमले शुरू किए हैं. उन्होंने वादा किया कि यूक्रेन की सेना अपने पार्टनर्स की मदद से ज्यादा से ज्यादा रूसी मिसाइलों को गिराने का प्रयास करेगी.
जेलेंस्की ने अपने वीडियो संबोधन में कहा, 'बेशक हमारे पास रूसी मिसाइलों को मार गिराने और ड्रोन पर अटैक करने के लिए 100 प्रतिशत टेक्निकल कैपेसिटी नहीं है. लेकिन मुझे इस बात का भरोसा है कि धीरे-धीरे हम अपने पार्टनर्स की मदद से इस टेक्निकल एबिलिटी को हासिल कर लेंगे.' जेलेंस्की ने आगे कहा कि यूक्रेन की आर्मी पहले से ही रूस की अधिकतर क्रूज मिसाइलों और ड्रोनों पर हमला बोल रही है. वहीं, पूरे यूरोप में हथियारों की कमी यूक्रेन के सहयोगियों के लिए समस्या पैदा कर सकती है, क्योंकि वे रूस द्वारा निशाना बनाए जाने के खतरे को ध्यान में रखते हुए यूक्रेन के प्रति अपने सहयोग को संतुलित कर रहे हैं.
यूरोप में हथियारों की कमी
पिछले कई महीनों से अमेरिका और उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के सदस्य देशों ने अरबों डॉलर मूल्य के हथियार और सैन्य उपकरण यूक्रेन में भेजे हैं, ताकि उसे रूस का मुकाबला करने में मदद मिल सके. हालांकि, नाटो के कई छोटे देशों और यहां तक कि कुछ बड़े देशों के लिए युद्ध ने पहले से ही कम हथियारों के जखीरे को और घटा दिया है. कुछ सहयोगियों ने अपन सारे सोवियतकालीन रिजर्व हथियार यूक्रेन भेज दिए हैं और अब अमेरिका से उसकी पूर्ति होने की उम्मीद कर रहे हैं. कुछ यूरोपीय देशों के लिए फिर से सप्लाई बहाल करना मुश्किल हो सकता है क्योंकि उनके पास हथियार निर्माण के लिए मजबूत रक्षा क्षेत्र नहीं है. उनमें से कई देश अमेरिकी रक्षा उद्योग पर निर्भर हैं. अब वे दुविधा का सामना कर रहे हैं कि क्या वे यूक्रेन को हथियार भेजना जारी रखें.
यूक्रेन पर रूसी हमले तेज
मालूम हो कि यूक्रेन पर रूसी हमले के करीब 8 महीने होने के बीच रूस ने यूक्रेन भर में बिजली स्टेशनों, वॉटर के सप्लाई सिस्टम और अन्य प्रमुख बुनियादी ढांचों पर हमले तेज कर दिए हैं. यूक्रेन की वायु सेना ने शनिवार को एक बयान में कहा कि रूस ने देश के अहम बुनियादी ढांचे को निशाना बनाते हुए बड़े पैमाने पर मिसाइल हमला करना शुरू कर दिया है. वायुसेना ने कहा कि उसने हवा और समुद्र से दागी गई 33 मिसाइलों में से 18 को नष्ट कर गिरा दिया. कीव के मेयर विटाली क्लिट्स्को ने सोशल मीडिया पर कहा कि शनिवार सुबह राजधानी को निशाना बनाकर दागे गए कई रॉकेट नष्ट कर दिए