यूक्रेन तटस्थता के लिए तैयार है, मगर कुछ मांगों से साफ इनकार- राष्ट्रपति जेलेंस्की
जहां हफ्तों तक घेराबंदी की गई थी. करीब चार लाख की आबादी वाले इस शहर पर रूस ने जमकर बमबारी की है.
रूस (Russia) के साथ जारी जंग के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की (President Volodymyr Zelenskyy) ने एक इंटरव्यू में कहा कि यूक्रेन (Ukraine) रूस के साथ शांति समझौते के हिस्से के रूप में एक तटस्थ स्थिति को अपनाने पर चर्चा करने के लिए तैयार है. लेकिन इस पर किसी तीसरे पक्ष को गारंटी देनी होगी और जनमत संग्रह भी रखना होगा. जेलेंस्की ने रविवार को ये इंटरव्यू रूसी पत्रकार को 90 मिनट के वीडियो कॉल के जरिए दिया है.
इससे पहले मॉस्को के अधिकारियों ने रूसी मीडिया को रिपोर्टिंग से परहेज करने की चेतावनी दी थी. इस दौरान जेलेंस्की ने पत्रकार के साथ रूसी भाषा में ही बात की. इससे पहले भी वह अपने पुराने भाषणों में रूसी जानता को लक्षित करते हुए बोलते रहे हैं. जेलेंस्की ने कहा कि रूस के आक्रमण ने यूक्रेन में रूसी भाषी शहरों को नष्ट कर दिया है, इसमें रूस की चेचन्या में हुई लड़ाई से भी अधिक नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा, 'सुरक्षा गारंटी और तटस्थता और हमारे देश की नॉन-न्यूक्लियर पोजीशन. हम इसके लिए तैयार हैं. यह सबसे महत्वपूर्ण बिंदु है.'
रूस की कुछ मांगों से किया इनकार
जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन ने कुछ अन्य रूसी मांगों पर चर्चा करने से इनकार कर दिया है, जैसे कि देश का विसैन्यीकरण करना. रूस द्वारा 24 फरवरी को यूक्रेन पर आक्रमण करने के एक महीने से अधिक समय बाद बोलते हुए, जेलेंस्की ने कहा कि युद्धविराम और सैनिकों की वापसी के बिना कोई शांति समझौता संभव नहीं होगा. उन्होंने रूस के कब्जे वाले सभी क्षेत्रों पर बलपूर्वक कब्जा करने की कोशिश से इनकार करते हुए कहा कि इससे तीसरा विश्व युद्ध शुरू हो जाएगा. जेलेंस्की ने कहा कि वह 2014 से रूस समर्थित अलगाववादियों के नियंत्रण वाले पूर्वी डोनाबास क्षेत्र पर 'समझौता' करना चाहते हैं.
रूस ने हमले को सैन्य अभियान बताया
रूस का कहना है कि वह अपने पड़ोसी देश को असैन्यीकृत करने के उद्देश्य से यूक्रेन में 'विशेष सैन्य अभियान' चला रहा है. रूस इसे युद्ध कहने से बच रहा है. जबकि यूक्रेन और उसके पश्चिमी सहयोगियों का कहना है कि रूस ने बिना वजह हमला किया है. जेलेंस्की ने बंदरगाह शहर मारियुपोल को लेकर भी बात की. जहां हफ्तों तक घेराबंदी की गई थी. करीब चार लाख की आबादी वाले इस शहर पर रूस ने जमकर बमबारी की है.